3) क्या शादी का आईडिया ही लुभावना है?
कई बार “शादी” का लड्डू लुभावना नज़र आता है, कहने-सुनने में बड़ा अच्छा लगता है कि यार शादी हो रही है या हो गयी है! सिर्फ़ ये ख्याल कि प्यार हुआ, इक़रार हुआ और अब शादी हो रही है, ये दिमाग़ पर ज़्यादा हावी होता है बजाये शादी की हक़ीक़त के|