6 मार्च को एशिया कप का फाइनल है.
इस बार फाइनल में भारत का सामना हो रहा है मेज़बान बांग्लादेश से.
क्रिकेट के जानकारों और प्रशंसकों के अनुमान के अनुसार भारतीय टीम ही ख़िताब की दावेदार है. जिस तरह हर मैच में भारतीय टीम ने आसान जीत दर्ज की है उसे देखकर तो यही लगता है कि फाइनल में भी कुछ खास मुश्किल नहीं आएगी.
लेकिन यदि बांग्लादेश की टीम ने उलटफेर कर दिया तो?
ये बात सुनने में मजाक जैसी लगे लेकिन आप और हम ये जानते है कि क्रिकेट अनिश्चितता का खेल है और मैदान पर कुछ भी हो सकता है.
जिस दिन जो टीम बेहतर खेलती है उसे जीत हासिल होती है.
एशिया कप में बांग्लादेश ने जिस प्रकार का प्रदर्शन किया है उससे पता चलता है कि बांग्लादेश की टीम किस भी प्रकार का उलटफेर करने में सक्षम है.
पाकिस्तान, श्रीलंका जैसे दिग्गजों को हराकर बांग्लादेश ने फाइनल में जगह बनायी है और बांग्लादेश की टीम पूरी तरह संतुलित और आत्मविश्वास से भरी है.
बांग्लादेश को सबसे बड़ा लाभ अपने घरेलु मैदान पर खेलने का भी है. भारत की टीम बेशक बहुत मज़बूत है.
आज आपको एशिया कप के ही मैच के बारे में बताते है जहाँ सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, गौतम गंभीर, रोहित शर्मा और धोनी जैसे सितारों से सजी टीम को बांग्लादेश ने हराकर फाइनल में जगह बनायीं थी.
उस मैच और इस मैच दोनों में बहुत समानता है.
वो मैच भी चार साल पहले मार्च में ही खेला गया था 2012 भी इस वर्ष की तरह एक लीप इयर ही था. उस समय भी भारतीय टीम बहुत ही मज़बूत थी और एशिया कप की प्रमुख दावेदार भी थी.
फाइनल में पहुँचने के लिए भारतीय टीम को बांग्लादेश को हराना था और भारत ने एक बहुत मज़बूत स्कोर भी खड़ा किया …. लेकिन फिर भी भारत को धुल छठा दी बांग्लादेश ने.
जब सचिन तेंदुलकर का 100वा शतक गया बेकार
क्रिकेट के भगवन कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के 100 वें शतक का सबको इंतजार था. बांग्लादेश के खिलाफ सचिन ने शतक लगाया.
इस शतक में सचिन वाली बात नहीं थी 114 रन बनाने के लिए सचिन को करीब 150 गेंदों का सामना करना पड़ा. सचिन के शतक के साथ साथ विराट कोहली और सुरेश रैना ने भी शानदार अर्धशतक लगाये. पांच विकेट के नुक्सान पर भारत ने 289 रन का मज़बूत स्कोर खड़ा किया.
जवाब में बांग्लादेश की शुरुआत बुरी रही पहला झटका मात्र 15 रन पर ही लग गया. बांग्लादेश ने कमाल की वापसी करते हुए तमीम इकबाल, जन्रुल इस्लाम,नासिर हुसैन, शकीब उल हसन और मुशफिकर रहीम की बेजोड़ परियों की बदौलत भारत को पांच विकेट से हरा कर एशिया कप के फाइनल में जगह बनायीं.
सचिन के 100 वें शतक का सबको इंतज़ार था और उन्होंने ये मुकाम हासिल भी किया लेकिन बांग्लादेश की टीम ने सचिन की मेहनत को मिट्टी में मिला दिया.
अब चार साल बाद एक बार फिर मार्च का महिना है और आमने सामने है भारत और बांग्लादेश.
इस बार मुकाबला है ख़िताब के लिए और इस बार सचिन नहीं है लेकिन विराट पूरी तरह तैयार है बदले के लिए.
6 मार्च रविवार को पता चलेगा कि भारत एशिया कप अपने नाम करेगा या फिर बांग्लादेश एक बार फिर इतिहास दोहराएगा.