आज से करीब 5000 साल पहले हुए महाभारत की लड़ाई का एक योद्धा आज भी अमर है और वो धरती पर दर-दर भटक रहा है.
वैसे तो महाभारत की लड़ाई को जीतने के लिए हर किसी ने बड़े-बड़े छल का सहारा लिया.
इस युद्ध में छल-कपट करनेवालों को शायद ही कोई सज़ा मिली हो लेकिन सवाल यह है कि आखिर इस योद्धा ने ऐसा कौन सा गुनाह किया था जिसके चलते आज भी वो धरती पर दर-दर भटकने को मजबूर हैं.
महाभारत की लड़ाई के जिस योद्धा की हम बात कर रहे हैं, वो हैं कौरवों और पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वत्थामा.
इस योद्धा ने महाभारत के युद्ध में कौरवों की ओर से युद्ध किया था. लेकिन महज़ एक गलती के लिए अश्वत्थामा को दुनिया खत्म होने तक जीवित रहने और धरती पर भटकने का श्राप मिल गया.