भारत एक मात्र ऐसा देश है, जिसके इतिहास में इंसान के चिरंजीव होने की बात लिखी और उनके जीवित होने के प्रमाण भी मिलते हैं.
इंसान के रूप में कई देवता और भगवान का जन्म भी हुआ है, जिनमे से कुछ इंसान और देवता को धर्म की रक्षा के लिए धरती पर ही रुकना पड़ा.
एक ऐसा ही इन्सान है जो लगभग 3000 वर्ष से धरती पर अलग अलग रूप धारण कर भटक रहा है.
तो आइये जानते है कौन है यह प्राणी और क्यों भटक रहा है.
वास्तव में योद्धा अश्वत्थामा ने जो अधर्म किया था, उसकी सजा काटते हुए वह धर्म की रक्षा करते हुए, भगवान विष्णु के कलकी अवतार होने तक ऐसे ही भटकते रहेंगे.
योद्धा अश्वत्थामा के भटकने का उद्देश धर्म युद्ध की लड़ाई में शामिल होना और इस श्राप में मुक्त होकर मोक्ष की प्राप्ति करना है.
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