Art of Living की आज पूरी दुनिया में एक अलग पहचान है.
1981 में जब श्री श्री रविशंकर द्वारा इसकी शुरुआत हुई थी तो किसी ने भी नहीं सोचा था कि Art of Living दुनिया भर के लोगों को जीवन जीने और जीवन लेने का आनंद इस प्रकार सीखाएगा कि इसका अनुसरण करने वालों का जीवन ही बदल जाएगा.
इस वर्ष Art of Living अपने 35 वर्ष पूरे कर रहा है. इस उपलक्ष्य में दिल्ली में 11 मार्च से 13 मार्च तक एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.
World Cultural Festival या विश्व सांस्कृतिक महोत्सव नाम का ये कार्यक्रम अपने आप में अनूठा होगा. दुनिया भर से विद्वान और धर्मगुरु इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके अलावा देश विदेश के बड़े बड़े नेता और कलाकार भी इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.
आइये जानते है विश्व सांस्कृतिक महोत्सव (World Cultural Festival ) से जुडी कुछ अनूठी बातें जिन्हें पढ़कर आप भी इस आयोजन का एक हिस्सा बनना चाहेंगे
विश्व सांस्कृतिक महोत्सव (World Cultural Festival ) उत्सव है Art of Living से जुड़े दुनिया के 155 देशों के 37 करोड़ से भी ज्यादा लोगों का, ये उत्सव है मानवता और विश्वबंधुत्व का.
इस कार्यक्रम के लिए 7 एकड़ में विशाल मंच बनाया गया है. इस मंच पर 155 देशों के करीब 36,000 कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे.
1000 एकड़ में फैला कार्यक्रम स्थल अलग अलग देशों, धर्मों और संस्कृति के लोगों की उपस्थिति में एक छोटे विश्व जैसा लगेगा जिसमे घृणा, वैमनस्य के लिए कोई जगह नहीं जहाँ सिर्फ ख़ुशी और आनंद ही है.
इस विडियो में देखिये कार्यक्रम की एक झलक
इस उत्सव का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे और उद्घाटन के बाद भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी का उद्बोधन होगा.
भारत के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के अलावा इस उत्सव में देश विदेश के अन्य कई गणमान्य लोग भी उपस्थित होंगे. जिनमे वित्त मंत्री अरुण जेटली, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव , दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल प्रमुख है.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री गिलानी और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के उपाध्यक्ष शेरी रहमान और अफगानिस्तान की संसद सदस्य नाहीद फरीद भी शामिल होंगे.
विश्व सांस्कृतिक महोत्सव (World Cultural Festival ) में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में देश और दुनिया के हजारों कलाकार हिस्सा लेंगे. इस कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में प्रमुख है
8000 कलाकारों द्वारा ग्रैंड म्यूजिकल सिम्फनी का प्रदर्शन
1000 से ज्यादा कत्थक और इतनी ही संख्या में भरतनाट्यम नर्तक
दक्षिण अफ्रीका से आये 650 कलाकार
करीब 2500 कुचिपुड़ी और ओडिशी नर्तक
राजस्थान से घूमर कलाकार, गुजरात से गरबा कलाकार और पंजाब से भांगड़ा करने वाले कलाकार भी हजारों की संख्या में अपना आर्यक्र्म प्रस्तुत करेंगे.
बंगाल से रविन्द्र संगीत प्रस्तुत करने वाले कलाकार
उड़ीसा, छत्तीसगढ़ से आदिवासी कलाकारभारत के उत्तर पूर्व राज्य सिक्किम, नागालैंड,मणिपुर,अरुणाचल प्रदेश के कलाकार भी अपनी संस्कृति और कला का प्रदर्शन करेंगे.
इस समारोह में भारत ही नहीं दुनिया भर के देशों के कलाकार अपनी कला के माध्यम से शांति और सद्भाव का सन्देश देंगे.
ब्राज़ील के साम्बा नर्तक, पाकिस्तान से रॉक कलाकार, तुर्की और बल्गारिया के कलाकार, श्रीलंका के लोक नर्तक और सिंगापोर के कलाकार भी इस रंगारंग कार्यक्रम में चार चाँद लगा देंगे.
इस कार्यक्रम में देश और दुनिया के कलाकारों के अलावा राजनीतिज्ञ, विश्व के प्रसिद्द व्यवसायी और धर्मगुरु और समाजसेवक भी हिस्सा लेंगे.
इस कार्यक्रम के लिए एक विशेष गीत का भी निर्माण किया है जो इस कार्यक्रम के पीछे के मंतव्य का दर्शाता है.
इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के और एक बेहतर विश्व के निर्माण का हिस्सा बनने की इच्छा रखने वाले Art of Living की अधिकृत वेबसाइट पर जाकर अधिक जानकारी ले सकते है.
तो आइये और हिसा बनिए World Cultural Festival का और बनाये इस दुनिया को एक बेहतर जगह जहाँ ख़ुशी और आनंद हो.
http://www.artofliving.org/in-en/world-culture-festival