द्रौपदी को पांचाली भी कहा जाता है.
पांचाली मतलब जिसके पांच पति हो.
द्रौपदी के पांच पति थे लेकिन क्या आप जानते है कि द्रौपदी पांडवों की साझी पत्नी थी लेकिन उसके अलावा भी हर पांडव की अलग अलग पत्नी भी थी. वैसे पांडवों की ये पत्नियाँ उनके साथ नहीं रहती थी. ये सब अलग अलग स्थानों पर रहती थी.
अर्जुन ना सिर्फ वीरता के मामले में पांडवों में सबसे आगे थे अपितु विवाह और पत्नियों के मामले में भी अर्जुन का कोई सानी नहीं था.
अर्जुन जहाँ भी गए वहां उन्होंने विवाह किया. यहाँ तक की जब युधिष्ठिर ने एकांत भंग करने के फलस्वरूप अर्जुन को वनवास जाने का दंड दिया तो वनवास काल में भी अर्जुन ने विवाह किया था.
आइये आज आपको बताते है अर्जुन के पत्नियों के बारे में .