जब से ट्रिपल तलाक के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं ने मोर्चा खौला है तब से मौलानाओं को रातों को नींद नहीं आ रही है.
इन सबसे ज्यादा इन मौलानाओं को नींद इस बात से उड़ी हुई है कि वो अब तीन तलाक को लेकर योगी और मोदी से इस मामले में मदद की गुहार लगा रही है.
हाल ही में बिजनौर की एक पीड़ित मुस्लिम महिला ने पीएम मोदी से मदद की गुहार लगाई है. उसके पति ने कतर से फोन पर तीन तलाक दे दिया था.
इससे पहले सहारनपुर सहित वेस्ट यूपी के कई जिलों की मुस्लिम महिलाएं ट्रिपल तलाक को लेकर भाजपा से अपने चुनावी वादे पूरे करने की डिमांड कर चुकी हैं. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए आगे आए.
हालांकि मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और वह जल्द ही इसको लेकर कोई निर्णय देने वाली है.
लेकिन इन सब से अधिक मुस्लिम मौलानाओं को डर इस बात से है कि जिस प्रकार मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की अपील कर रही है, उससे उनकी मुस्लिम समाज पर जो पकड़ है वह कमजोर पड़ सकती है.
क्योंकि देर सबेर तीन तलाक को लेकर फैसला होना ही है और यह भी तय है की वह मुस्लिम महिलाओं केे हक में ही जाने वाला है. ऐसे में इसका सारा क्रेडिट मोदी और योगी को जाएगा, यह भी तय है.
इससे सबसे बड़ा खतरा जो मुस्लिम मौलानाओं को लग रहा है वह यह कि इससे प्रभावित होकर मुस्लिम महिलाएं आने वाले समय में कहीं भाजपा को वोट न कर दे. गौरतलब है कि तीन तलाक की मार झेल रही बिजनौर अरीबा खान का कहना है कि तीन तलाक का मुद्दा खत्म करने के पीएम मोदी के भरोसे देने के बाद उसने भाजपा को वोट किया था.
क्योंकि इस बार यूपी के विधान सभा चुनावों में भाजपा की जीत में यह भी बात कही जा रही है कि मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक को भाजपा को वोट दिया है.
क्योंकि तीन तलाक को लेकर जहां मुस्लिम मौलाना अड़े हुए हैं वहीं वड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं इसको लेकर सरकार से मदद की गुहार लगा रही है. ये सब भाजपा की यूपी में सरकार बनने के बाद और अधिक हुआ है.
यूपी के ही मुजफ्फरनगर में करीब 25 पीड़ित महिलाओं ने डीएम से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है. जबकि ट्रिपल तलाक की मार झेल रही बिजनौर की अरीबा खान ने अब पीएम नरेंद्र मोदी से मदद मांगी है. अरीबा खान चाहती है कि कतर से टेलिफोन पर तलाक देने वाले पति को सजा दिलाने में वे उसकी मदद करेे.
अब केंद्र और प्रदेश में सरकार भाजपा की है, इस क्रूरतम ट्रिपल तलाक के मुद्दे को खत्म किया जाना चाहिए. अरीबा खान के पिता जावेद खान और मां रूबीना को भी उम्मीद है कि पीएम मोदी उनकी मदद जरूर करेंगे.
इसी प्रकार मुजफ्फरनगर में पीड़ित नाजिया खान ने कहा कि हम लोग तीन तलाक के बिल्कुल खिलाफ हैं. हम चाहते हैं कि मोदी सरकार इस पर बैन लगाए. नाजिया खान इतने से ही संतोष करती हैं उनका कहना है कि जिन मस्जिदों में तीन तलाक दी जा रही है, वहां ताला जड़ दिया जाए.
नाजिया का दावा है कि अकेले मुजफ्फरनगर कोर्ट में हही करीब पांच हजार महिलाओं के मामले लंबित हैं.
बहराल, जिस प्रकार मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक को लेकर मुखर होकर सामने आ रही हैं उससे इन मौलानाओं को अपनी जमीन खिसकती नजर आ रही है. मुस्लिम महिलाएं न केवल अदालतों में तीन तलाक को चुनौती दे रही हैं बल्कि मीडिया में भी मौलानाओं का डटकर मुकाबला कर रही है.
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…
दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…
सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…
कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…
दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…
वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…