यकीन ही नहीं होता कि भारतपुत्र एपीजे अब्दुल कलाम अब हमारे बीच नहीं है.
‘मिसाइल मैंन, जनता के राष्ट्रपति, भारत का बेटा, देश का हीरो, हिन्दुस्तान का गौरव, धर्म एकता का प्रतिक’ ऐसे अनगिनत नामो से अब्दुल कलाम को सराहा जाता था.
स्वर्गीय अब्दुल कलाम जी का देहांत हुए आज पुरे एक साल गुज़र चुके है. 15 अक्टूबर 1931 के दीन जन्मे अब्दुल कलाम की मृत्यु आज ही के दीन यानी 27 जुलाई 2016 को हुई.
अब्दुल कलाम जी की पहली पुण्यतिथि पर हम आपके समक्ष उनकी वो बातें रखते है, जिन्हें पढकर आप धन्य हो जाएंगे.
कलाम के ये 10 कलाम अपनाकर आप भी अब्दुल कलाम बन सकते है
1 . ‘सपने वो नहीं जो आप सोते वक्त देखते है, सपने वो है जो आपको सोने नहीं देते’
2 . ‘इंतज़ार करने वालो को सिर्फ उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते है’
3 . ‘शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत होनी चाहिए, चाहे वो माउंट एवरेस्ट का शिखर हो या आपका पेशा’
4 . ‘अपनी पहली सफलता के बाद विश्राम मत करो, क्योकि आप दुसरी बार असफल हो गए तो बहोत से होंठ ये कहने के इंतज़ार में होंगे कि आपकी पहली सफलता सिर्फ एक तुक्का थी’
5 . ‘यदि हम स्वत्रंत नहीं है तो कोई भी हमारा आदर नहीं करेगा’
6 . ‘छोटे लक्ष्य एक अपराध है’
7 . ‘इससे पहले कि सपने सच हो आपको सपने देखने होंगे’
8 . ‘सफलता की कहानियां मत पढो उससे आपको केवल सन्देश मिलेगा ! असफलता की कहानी पढो उससे आपको नए आइडियाज़ मिलेंगे’
9 . ‘इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने के लिए ये जरूरी है’
10 . ‘जीवन मे कठिनाइयां हमें बर्बाद करने नहीं आती बल्कि ये हमारी छुपी हुई सामर्थ्य और शक्तियों को बाहर निकालने में हमारी मदद करती है, कठिनाइयों को ये जान लेने दो कि आप उससे भी ज्यादा कठिन हो’
देश के ग्यारहवे राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के ये वो अनमोल वचन है, जिन्हें अपनाकर हम भी खुद को सार्थक बना सकते है.
हमें गर्व है एपीजी अब्दुल कलाम पर, उनके लड़ाकू जीवन को शत शत प्रणाम.
जय हिन्द जय भारत… !