पाकिस्तान से आये किसी कलाकार को अगर भारत में शो नहीं करने दिया जाता है तो हंगामा हो जाता है.
देश का एक वर्ग अभी असहिष्णुता पर रोज आलाप रागता है. छाती पीट-पीट कर रोया जाता है कि भारत रहने लायक नहीं रह गया है. सब कुछ बोलकर भी बोला जाता है कि हमें तो बोलने की आजादी नहीं रह गयी है.
बीते दिनों आपको याद हो कि एक पाकिस्तानी कलाकार का मुंबई में शो क्या नहीं होने दिया था लोगों ने सरकार की घोर निंदा की थी.
लेकिन जब अनुपम खेर को पाकिस्तानी सरकार ने वीजा देने से मना कर दिया है तो इस बात को वही लोग हँसकर टाल रहे हैं. सोशल साइट्स पर मजाक बना रहे हैं. कोई भी पाकिस्तानी कलाकार जो भारत से धन कमा रहा है वह कुछ भी नहीं बोल रहा है.
सभ्य लोगों की भाषा में इसको दोगलापन बताया जाता है.
पूरा मामला क्या है:-
पाकिस्तान के कराची शहर में एक साहित्य महोत्सव में शामिल होने के लिए पाकिस्तानी सरकार ने अभिनेता अनुपम खेर को वीजा देने से इंकार कर दिया है. अनुपम खेर को तीसरी बार पाकिस्तान का वीजा देने से मना किया गया है. इस चार दिवसीय समारोह के लिए आयोजकों ने 18 भारतीयों को आमंत्रित किया था. अनुपम खेर उनमें से एक थे. खेर एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्हें वीजा नहीं मिल सका. अन्य 17 लोगों में पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और अभिनेत्री नंदिता दास शामिल हैं.
क्या कहते हैं अनुपम खेर:-
यह इसलिए भी हो सकता है क्योंकि मैं कश्मीरी पंडित हूं, मैं कश्मीरी पंडितों का कार्ड नहीं खेल रहा हूं और लोगों को बांटने की कोशिश नहीं कर रहा हूं अथवा यह भी हो सकता है कि मैने असहिष्णुता के मुद्दे पर बोला है, रूख अपनाया है और अपने प्रधानमंत्री की तारीफ की है. अन्यथा, कोई ऐसा उचित कारण नहीं है कि मुझे वीजा देने से मना किया जाए. यह तीसरी बार हुआ है.
ज्ञात हो कि इससे पहले पाकिस्तान ने वीजा ना देने की अपनी वजह सुरक्षा बताई थी. तब पाकिस्तान ने बोला था कि हम अनुपम खेर को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते हैं.
मुद्दा:-
आज एक बड़ा सवाल इस पूरे प्रकरण के कारण खड़ा हो गया है कि पाकिस्तान जो दिल में आये वह करता है. तब ऐसे में भारत क्यों दरियादिली पेश कर रहा है. हाल ही में अदनाम जी को भारत की नागरिकता दी गयी है. सैकड़ों पाकिस्तानी कलाकार भारत में पैसा कमा रहे हैं. शायद अब वक़्त आ गया है कि भारत को भी इस पाकिस्तानी कलाकारों को देश से बाहर जाने का शांति पूर्ण निवेदन कर लेना चाहिए.
दूसरी तरफ जो लोग हर बात पर मोदी-मोदी करते हैं, पाकिस्तानी कलाकारों का साथ देते हैं उनको भी अब अपने देश प्रेम का फर्ज निभाना चाहिए और इस बात की निंदा करनी चाहिए.