अनुपम खेर और महेश भट्ट – महेश भट्ट ना केवल अनुपम खेर के डेब्यू डायरेक्टर हैं बल्कि वह खेर के सबसे अच्छे दोस्त भी हैं और इस बात से लगभग पूरा बॉलीवुड वाकिफ है.
महेश ने खेर को उनकी सबसे पहली फिल्म ‘सारांश’ में लीडरोल करने का मौका दिया था. और वह रोल खेर ने इतनी बखूबी से निभाया की वह उनके करियर का सबसे आइकॉनिक रोल बन गया. वही से अनुपम खेर और महेश भट्ट की दोस्ती की शुरुआत हुई.
‘सारांश’से लेकर आज तक अनुपम खेर और महेश भट्ट एक ट्रेडिशन फॉलो करते आ रहे हैं. जिसके मुताबिक खेर ने भट्ट सहाब को अपना गुरु माना हुआ है और कोई भी नया प्रोजेक्ट साइन करते ही भट्ट को खेर गुरु दक्षिणा के रूप में कुछ पैसे भेंट करते हैं.
अनुपम खेर के गुरु हैं महेश भट्ट
3 दशक से भी पुरानी अपनी दोस्ती और गुरु चेले की कैमेस्ट्री को निभाते आ रहे हैं ये दोनों एक्टर और डायरेक्टर. 34 साल पहले अनुपम ने इस ट्रेडिशन की शुरुआत की थी और आज तक इसे पूरा करते आए हैं. अपने किसी भी बड़ी फिल्म के प्रोजेक्ट को साइन करते ही अनुपम सबसे पहले भट्ट को बताते हैं. खेर ने इस बात का खुलासा अपने टीवी शो ‘कुछ भी हो सकताहै’पर किया था ये शो साल 2014 से 2015 तक टीवी पर लोगों द्वारा काफी पसंद किया गया था. खेर ने अपने शो के दौरान बताया था कि वह जब भी भट्ट सहाब के घर उनसे मिलने जाते हैं तो वह उन्हें कुछ न कुछ पैसे गुरु दक्षिणा के तौर पर जरूर देते हैं. ऐसा ही खेर ने अपने नए ब्रिटिश शो के मिलने पर भी किया और उन्होंने ये प्रोजेक्ट साइन करते ही भट्ट को एक छोटी सी राशि भेंट में दी.
खेर भट्ट को अपना गुरु इसलिए मानते हैं क्योंकि उन्होंने उनकी बॉलीवुड में करियर बनाने में बहुत मदद की थी. अनुपम को फिल्म इंडस्ट्री में हाल ही में 34 साल पूरे हुए हैं और उन्हें अपने करियर की शुरुआत में कहा गया था की ‘सारांश’में 65 साल के बूढ़े का रोल निभाना जिंदगी की सबसे बड़ी गलती साबित हो सकती है जबकि वही किरदार उनके करियर का सबसे बड़ा माइलस्टोन साबित हुआ.
34 साल पूरे होने की खुशी मना रहे हैं अनुपम
अनुपम खेर को इस बात की खुशी है कि उन्हें महेश भट्ट जैसा डायरेक्टर और दोस्त मिले जिसके वह आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं. दरअसल अनुपम खेर ने सारांश के लिए ऑडिशन देने से पहले सोच रखा था की अगर उन्हें ये फिल्म नहीं मिली तो वो अपने गांव वापस लौट जाएंगे. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. महेश भट्ट ने पहले तो अनुपम को रिजेक्ट कर दिया लेकिन गुस्से से आग बबूला हुए अनुपम महेश भट्ट के सामने कुछ इस तरह फूटे की भट्ट को अपनी फिल्म के लिए जो किरदार चाहिए था वो उनके इस गुस्से में उन्हें मिल गया.
तो दोस्तों इस तरह अनुपम खेर और महेश भट्ट की दोस्ती हुई जिसे वह आज तक निभाते आ रहे हैं. और गुरु दक्षिणा के तौर पर अनुपम अपने हर नए प्रोजेक्ट की कुछ राशि महेश भट्ट को देते हैं.