चीटियां – हम इंसान को पृथ्वी पर सबसे ताकतवर और महान मानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उससे कहीं ज्यादा ताकतवर एक नन्हा सा जीव है। आपको यकीन नहीं होगा, पर इंसान के मुकाबले आज भी वह छोटा सा जीव अपने से अधिक भार वाला वजन आसानी से उठा लेता है। एक इंसान के लिए ऐसा कर पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
वह छोटा सा जीव कोई और नहीं बल्कि चींटी है।
तो चलिए हम आपको बताते हैं कि चींटी अपने वजन से भी अधिक भार कैसे उठा लेती हैं, जबकि मनुष्य ऐसा नहीं कर पाता है?
चींटियां देखने में भले से छोटी सी लगती हैं, लेकिन वह ना सिर्फ अपने अपने वजन से अधिक भार आसानी से उठा लेती बल्कि अधिक भार को उठाकर वह काफी दूर आसानी से चल भी लेती हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि जब इंसान अपने वजन से अधिक भार नहीं उठा सकता है, तो भला चींटियां इसे कैसे उठा सकती हैं?
बता दें चींटियों के छोटे से शरीर में हजारों तरह की पेशियां होती हैं, जबकि इंसानों में यह काफी कम रहती हैं। चींटियों की पेशियां कभी थकती नहीं हैं, जबकि मनुष्य की पेशियां जल्दी थक जाती हैं। माने या ना माने लेकिन यह सच है कि इंसान भले ही दिमागी तौर पर कितना ताकतवर हो, परन्तु वह चींटियों के मुकाबले शारीरिक रूप से बेहद कमजोर है।
इंसान के दो पैर होते हैं, जबकि चीटियों के 6 पैर होते हैं जो अधिक भार उठाने के दौरान शरीर को संतुलन में बनाए रखने में मददगार सिद्ध होते हैं। इंसान आकार में भले ही चींटियों से कहीं गुना बड़ा है, पर यही एक कारण है जिसकी वजह से भार उठाने की क्षमता पर प्रभावित होती है। यानी आकार में बड़े होने से इंसान की उसी अनुपात में शक्ति में बढ़ोतरी नहीं हो पाती है। आकार बढ़ने पर शरीर के भार में भी वृद्धि होती है, जिससे इंसान की शक्तियां सीमित हो जाती हैं। ऐसे में अगर चींटी का आकार भी बड़ा होता है, तो वह अपने शरीर से अधिक भार उठा पाने में सक्षम नहीं रहती चीटियां इन्हीं गुणों के कारण अपने शरीर के वजन से लगभग 50 गुना अधिक भार उठा लेती हैं और इनकी तुलना में इंसान ऐसा कर पाने में अक्षम रहता है।
साल के शुरुआत में एक खबर काफी वायरल हुई थी। इसमें अफ्रीका चीटियां हमले में घायल अपने साथियों को उठाकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाती हैं और उनके जख्मों की सफाई करती हैं, उनकी देखभाल कर उन्हें सेहतमंद बनाती हैं। वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के अनुसार इंसान के अलावा और किसी जीव में इस तरह के व्यवहार का यह पहला उदाहरण है। रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों ने देखा कि चीटियां लड़ाई के मैदान में घायल अपने साथियों को उठाकर घर में वापस लाती हैं। गहराई तक उनके जख्मों को चाटने के कारण संक्रमण को रोकने में मदद मिलती है। कहा जाता है कि अफ्रीका की दुनिया में चींटियों की ये सबसे बड़ी प्रजाति है। यह बहुत ही खूंखार होती हैं और इंसानों को भी अपना शिकार बना लेती हैं। इसे पढ़ने के बाद आप समझ ही गए होंगे किसी को भी हल्के में नहीं लेना चाहिए।
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