अंतरिक्ष में ट्रंप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन – अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ध्यान आकरषित करने के लिए एक अंतरिक्ष ग्रुप ने बेहद अनोखा तरीका अजमाया है.
ऑटोनोमस स्पेस एजेंसी नेटवर्क (ASAN) नाम की इस संस्था ने धरती से 90,000 फीट की ऊंचाई पर एक ट्वीट के जरिए अंतरिक्ष में ट्रंप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करके संदेश भेजने की कोशिश किया.
ASAN के अनुसार यह अंतरिक्ष में पहला विरोध प्रदर्शन है.
इस संस्था ने एक वेदर बैलून के ऊपर बड़े-बड़े अक्षरों में ट्वीट को छाप कर इसे धरती से 90,000 फीट ऊपर भेजा.
इस बैलून के ऊपर एक कैमरा भी फिट था. हालांकि तकनीकी रूप से यह ऊंचाई अंतरिक्ष नहीं कही जा सकती लेकिन यह ऊंचाई पर्याप्त थी कि कैमरा गुब्बारे पर लिखे ट्वीट को धरती के परिधी पर तैरते हुए रिकॉर्ड कर सके.
अंतरिक्ष में ट्रंप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन –
दरअसल ASAN ने डोनाल्ड ट्रंप तक नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री एडगर मिशेल का संदेश पहुंचाने की कोशिश किया. एडगर चांद पर चहलकदमी कर चुके हैं. उन्होंने एक दफा कहा था कि जब आप बाह्य अंतरिक्ष से धरती को देखते हैं तो आपके भीतर एक वैश्विक चेतना विकसित होती है. वैश्विक राजनीति के प्रति एक तीव्र असंतोष का भाव पैदा होता है और इस दिशा में कुछ करने की मजबूरी उपजती है. “चांद से अंतरराष्ट्रीय राजनीति बेहद तुच्छ नजर आती है. आप तब किसी राजनेता का गिरेबान पकड़, उसे एक चौथाई मिलियन मील ऊपर खींच कर ले जाकर कहना चाहते हैं कि, ‘कुतिए के बच्चे, ये देख. (लुक एट दैट,यू सन ऑफ अ बिच)’”
ASAN द्वारा भेजे गए गुब्बारे पर ठीक एडगर मिशेल के शब्द अंकित थे, “लुक एट दैट,यू सन ऑफ अ बिच”.
इस संस्था के एक प्रवक्ता ने अपनी संस्था के बारे में बताते हुए कहा कि, “यह एक जैसे विचारों वाले खगोलशास्त्रीयों का एक विकेंद्रिकृत और खुला मंच है.”
इस ग्रुप ने अपना वेदर बैलून ट्वीट ‘मार्च फॉर साइंस प्रोटेस्ट’ के समर्थन में लॉंच किया.
यह विरोध प्रदर्शन अर्थ डे को यानी 22 अप्रेल को होगा. विज्ञान जगत के प्रोफेशनल इस इवेंट का आयोजन ट्रंप प्रशासन के विज्ञान विरोधी एजेंडा को रेखांकित करने के लिए कर रहे हैं.
ये था अंतरिक्ष में ट्रंप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन – साथ ही इस आयोजन के जरिए लोक कल्याण की नीतियों में वैज्ञानिकों के योगदान को सम्मानित किया जाएगा.