उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस दिन से सत्ता संभाली है तब से कानून का अपनी जेब में रख कर चलने वालों की शामत आई हुई है.
प्रदेश में मनचलों के खिलाफ एंटी रोमियो अभियान के साथ अब पुलिस ने शराब के ठेकों और सडकों पर खडे़ होकर शराब पीने वालों को पकड़ने के लिए भी अभियान चलाया हुआ है.
इस अभियान का नाम है ऑपरेशन चियर्स. जी हां जो लोग सड़को के किनारे या गाड़ियों में बैठकर शराब हाथ में लेकर चीयर्स करते हैं उनके खिलाफ यह ऑपरेशन चियर्स कहर बनकर टूट रहा है.
आप को बता दें कि जहां दिन के उजाले में स्कूल कॅालेजों के बाहर लोग आती जाती छात्राओं को परेशान करते थे वहीं शाम ढ़लते ही सड़कों और नुक्कड़ों पर शराब पीकर महिलाओं का निकलना दुभर कर देते थे.
यह बात जब मुख्यमंत्री के संज्ञान में आई तो उन्होंने पुलिस से इसके खिलाफ मुहिम चलाने का आदेश दिया. इसके बाद हरकत में आई पुलिस प्रदेश के शहरों में ठेकों और उसके पास छापेमारी शुरू की.
इस दौरान सड़कों पर खुलेआम शराब पी रहे बहुत से युवक मिले, जो बेखौफ होकर खुली सड़क पर जाम से जाम टकरा रहे थे. ऐसे लोगों पुलिस पकड़कर पहले थाने लाती है और फिर मेडिकल कराकर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
प्रदेश पुलिस की इस कार्रवाई से सड़को पर शराब पीकर हुड़दंग करने वालों में हड़कंप मच हुआ है.
दरअसल प्रदेश में सरकार बदलते ही पुलिस की कार्य शैली ही बदल गई है.
अब पुलिस ने सड़क पर शराब पीने वालों के खिलाफ जमकर ऑपरेशन चियर्स चला रही. शहर के अलग-अलग इलाकों में पुलिस ने 7 बजते ही चैकिंग शुरू कर देती है. मॉडल शॉप और शराब के ठेकों पर पुलिस खास तौर पर चैकिंग ऑपरेशन चियर्स चला रही है.
बहरहाल जिस तरह से पिछले कई दिनों से पुलिस ने अपना वर्किगं स्टाइल बदला है उससे साफ तौर पर ये पता चल रहा है कि प्रदेश सरकार यूपी में अब बेहतर पुलिसिंग और बढ़िया कानून व्यवस्था को लेकर कितनी गंभीर है.