पहला वनडे आसानी से जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने कठिन संघर्ष करके सीरीज अपने नाम की है.
टीम के अन्दर चार ही सीनियर खिलाड़ी थे और उसके बाद के अनुभवहीन बल्लेबाज तो जैसे सिफारिश के दम पर खेल रहे थे.
कोच अनिल कुंबले बल्लेबाजी को भारत की ताकत मान रहे थे किन्तु इस सीरीज में बल्लेबाजी भारत की कमजोरी साबित हुई है.
तो ऐसे में फाइनल मैच के अन्दर भारत को जीत दिलाने के लिए अनिल कुंबले ने अंतिम समय के अन्दर अपना प्लान बदल लिया था. प्लान ए से प्लान बी के ऊपर टीम का ध्यान आ गया था.
तो आइये जानते हैं क्या था प्लान बी-
प्लान बी ने ही न्यूजीलैंड को धराशाही कर दिया
कुंबले को पता था की उनके पास एक लेग स्पिनर बॉलर है जो यदि चल गया तो फिर न्यूजीलैंड 270 के स्कोर को टच नहीं कर पायेगी. जैसे ही भारत की पारी खत्म हुई थी और भारत ने ड्रेसिंग रूम में मीटिंग जारी कि तो सबसे पहले अनिल कुंबले खड़े हुए और पूरी टीम को इतनी बेहतरीन बैटिंग करने के लिए धन्यवाद बोला था. जैसे ही अनिल कुंबले ने बोला कि न्यूजीलैंड अब 270 रन नहीं बना पायेगी तो यह सुनते ही धोनी हैरान हो गये थे. क्योकि ना जाने क्यों अनिल कुंबले अतिउत्साह से यह बात बोल रहे थे.
लेकिन तब तक अनिल कुंबले के प्लान बी से धोनी अनजान ही थे. अनिल कुंबले का अनुभव यहाँ काम आया था और वह पिच को देख समझ गये थे कि अब प्लान बी काम करेगा.
प्लान बी में सरदार थे अमित मिश्रा
असल में प्लान बी था कि स्पिनर को अब अपना काम करना है.
खासकर अमित मिश्रा के ऊपर अनिल कुंबले जोर देते हैं और धोनी को बताते हैं कि इसको जल्दी बोलिंग देनी है. अमित मिश्रा को खास बोला गया था कि आपको बोल को हवा में लहराना है और विकेट टू विकेट बोल फेंकने हैं. अमित मिश्रा को जब अनिल अपना ज्ञान दे रहे थे तभी पूरी टीम समझ गयी थी कि आज अनिल दादा के दिमाग में जरुर कुछ चल रहा है. खुद धोनी हैरान थे कि आज अमित मिश्रा पर इतना जोर क्यों दिया जा रहा है.
लेकिन धोनी ने भी प्लान बी का पालन किया
धोनी जब मैदान पर उतरे तो तेज गेंदबाजों ने जल्दी-जल्दी 2 विकेट दिला दिए थे.
तभी धोनी ने अनिल कुंबले के प्लान को अंजाम देना शुरू किया और इसके तहत 10 ओवर के तुरंत बाद अमित मिश्रा को बोल दे दी गयी थी.
अनुभव ही अक्सर बड़े चमत्कारों को जन्म देता है और ऐसा ही फाइनल मैच में हुआ क्योकि स्पिनर ने मात्र 16 रन के अन्दर न्यूजीलैंड के 8 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था.
अमित मिश्रा ने इस मैच के अन्दर 6 ओवर में 18 रन दिए और 5 विकेट अपने नाम किये.
तो इस तरह से अनिल कुंबले के प्लान बी ने न्यूजीलैंड को मात्र 79 पर आउट कर दिया और स्पिनर ने भारत को फाइनल के अन्दर एक आसान सी जीत दिला दी. तो अनिल कुंबले का प्लान भी भारतीय स्पिनर ही थे. खुद धोनी भी जानते थे कि स्पिनर आज कमाल कर सकते हैं लेकिन ड्रेसिंग रूम में कोच अनिल कुंबले के अति-उत्साह से एक बार को सबकी आँखें फटी रह गयी थीं. लेकिन अनिल कुंबले के इस प्लान ने देश के खेल प्रेमियों को एक बड़ा तोहफा जरुर दे दिया है.
टीम ने न्यूजीलैंड को बड़ी आसानी से फाइनल में हराकर 3-2 से सीरीज जीत ली है.
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