पुरानी मूर्ति – इतिहास में बताया गया है कि धरती पर इंसानों का जन्म कई सालों पहले हुआ था। इतिहास को लेकर मानना है कि अभी भी इस पर रिसर्च हो रही है कि मानव इतिहास कितना पुराना है।
इस जानकारी को हासिल करने के लिए अभी भी जमीनों की खुदाई की जा रही है जिससे ये पता चल सके कि हमारी मानव सभ्यता कितनी पुरानी है। जमीन की खुदाई में अकसर कुछ मूर्तियां मिल जाया करती हैं। खुदाई में पाई जाने वाली मूर्तियों से जानकारी मिलती है कि पहले के लोग क्या करते थे और कैसे दिखते थे।
अब भी कई जगहों पर ऐसी मूर्तिंया मिलती हैं जोकि इंसान के बारे में पहले की कुछ बातें बताती हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही एक मूर्ति के बारे में बताने जा रहे जो प्राचीन मानव सभ्यता के बारे में बहुत कुछ कहती है।
जमीन से निकली मूर्तियां
इस खुदाई में जमीन से एक मूर्ति निकली है जिसे देखकर बड़े-बड़े रिसर्च करने वाले लोग भी हैरान हो गए हैं। उन्हें भी ये समझ नहीं आ रहा है कि जमीन से इतनी बड़ी मूर्ति कैसे निकल सकती है। आपको बता दें कि खुदाई में से एक प्राचीन मूर्ति निकली है जो देखने में काफी विचित्र सी लगती है।
भौद्ध भिक्षु की है मूर्ति
जमीन की खुदाई में जो मूर्ति मिली है उस पर काफी दिनों तक रिसर्च की गई और उसके बाद जो सामने आया उसे जानकर शोधकर्ताओं की आंखें फटी की फटी रह गईं। ये मूर्ति किसी और की नहीं बल्कि बौद्ध भिक्षु की है।
माना जा रहा है कि बौद्ध भिक्षु की ये मूर्ति 1500 साल पुरानी है और वैज्ञानिको ने इसे बौद्ध भिक्षु समाज की बताई है। इस मूर्ति की आगे जांच करते हुए वैज्ञानिको ने कहा कि जब इस मूर्ति का सीटी स्कैन किया गया तो जो सामने आया उससे सबकीआंखे फटी की फटी रह गईं। इस मूर्ति में इंसान के अवशेष देखने लगे जिससे वहां मौजूद सभी लोग चौंक गए। बताया जा रहा है कि ये मूर्ति एक बैठे हुए इंसान के शव पर बनाई गई है।
जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया कि ये मूर्ति 1500 साल पुरानी है। बस इसी वजह से वैज्ञानिक भी हैरान हैं कि इतनी पुरानी मूर्ति अब कैसे मिल सकती है और इसमें से जो इंसानी अवशेष बाहर झांक रहे हैं वोक्या हैं।
इस बात को लेकर वैज्ञानिक अभी भी रिसर्च कर रहे हैं और उनका कहना है कि इस मूर्ति से इतिहास से जुड़े और भी कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
आपको भी इस मूर्ति के बारे में जानकर हैरानी हो रही होगी कि भला इतनी पुरानी मूर्ति कैसे मिल सकती है और वो भी उससे इंसानी अवशेष का मिलना तो हमारी समझ से परे है।
बता दें कि इतने सालों बाद जमीन में गढ़ी हुई मूर्तियां खराब हो जाती है या गल जाती हैं लेकिन इस मूर्ति के साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ है और इसी बात से वैज्ञानिक भी चिंतित हैं। हो सकता है कि इस प्राचीन मूर्ति में कई गहरे राज़ छिप हों।
वैसे मुझे तो लगता है कि वैज्ञानिकों को इस मूर्ति की जांच करना बंद ही कर देना चाहिए, इस बारे में आपकी क्या राय है ?