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आज से ज्यादा मॉडर्न था प्राचीन भारत, ये रहा सबूत

वक्‍त के साथ रिश्‍ते-नाते, देश-दुनिया और सब कुछ बदल जाता है। आज के आधुनिक भारत को तो आप देख ही रहे हैं। इसमें मेट्रो की सुविधा है, मॉल हैं, पब और डिस्‍को बन गए हैं। इन्‍हें देखकर आप सोच भी नहीं सकते हैं कि ये सब प्राचीन भारत में भी हुआ करता था।

अगर जीवन के नज़रिए से देखा जाए तो आज के आधुनिक भारत से सदियों साल पहले का प्राचीन भारत बहुत आगे था। आइए आपको इस तथ्‍य से रूबरू करवाते हैं।

प्राचीन भारत में हर व्‍यक्‍ति को कुछ अधिकार दिए गए थे। वो अपनी इच्‍छा से सब कुछ कर सकते थे। महिलाओं के लिए भी कोई अलग व्‍यवस्‍था नहीं की गई थी जबकि आज के समाज में महिलाओं और पुरुषों की स्थित के बीच बहुत बड़ा अंतर आ गया है।

आज हम आपके सामने कुछ ऐसे सबूत पेश करने जा रहे हैं जिसके बाद आपको भी पता चल जाएगा कि प्राचीन भारत में आज के आधुनिक भारत से काफी कुछ बेहतर था। तो चलिए जानते हैं प्राचीन भारत पर एक नज़र :

पति चुनने का था अधिकार

आपने प्राचीन भारत में स्‍वयंवर की प्रथा के बारे में तो सुना ही होगा। माता सीता और द्रौपदी ने भी स्‍वयंवर में ही अपने लिए पति को चुना था। उस समय ऑनर किलिंग जैसे मामले सामने नहीं आते थे। महिलाएं अपनी इच्‍छानुसार अपने लिए जीवनसाथी चुन सकती थीं।

नहीं का मतलब होता था नही

अगर महाभारत के कुछ प्रसंगों पर नज़र डाली जाए तो उस समय की स्त्रियां जिस चीज़ को लेकर असहज महसूस करती थीं या उन्‍हें किसी बात पर ऐतराज़ था तो स्‍त्री की इच्‍छा का आदर करते हुए पुरुष उस पर अपनी हुकुमत नहीं चलाते थे। उस दौर में स्‍त्री की ना का मतलब ना ही होता था। कोई उन पर दबाव नहीं बना सकता था। भले ही द्रौपदी का विवाह पांव पांडवों से हुआ हो लेकिन कभी किसी ने भी द्रौपदी पर दबाव बनाने का साहस नहीं किया।

संभोग को लेकर थे खुले विचार

आधुनिक भारत में सेक्‍स को लेकर लोग चोरी-छिपे बात तो करते हैं लेकिन खुलकर बात करने में शर्म महसूस करते हैं। प्राचीन काल में ऐसा नहीं हुआ करता था। उस समय सेक्‍स को लेकर अभिव्‍यक्‍ति बहुत मुखर हुआ करती थी। कला में भी सेक्‍स का प्रभाव देखने को मिलता थ्‍था। खजुराहो के मंदिर में आप इसका वर्णन देख सकते हैं।

प्राचीन भारत में शिक्षा पद्धति भी बहुत बढिया हुआ करती थी जबकि आज के ज़माने में जो पद्धति अपनाई जा रही है वो भारतीय नहीं बल्कि अंग्रेजों की बनाई हुई है। स्‍कूलों का प्रचलन भारत पर ब्रिटिशों के शासनकाल के दौरान हुआ था। इससे पहले प्राचीन भारत में बच्‍चे गुरुकुल में शिक्षा प्राप्‍त करने के लिए जाया करते थे।

ऐसा जरूरी नहीं है कि हर मामले में प्राचीन भारत ही बेहतर था। ऐसी कई और भी बातें हैं जिनमें आधुनिक भारत ज्‍यादा अच्‍छा माना जाता है। अब आप भी इस सोच में पड़ गए होंगें कि आधुनिक भारत में प्राचीन भारत से क्‍या बेहतर है और हमारा ज़माना उस दौर से कैसे अच्‍छा है ?

Parul Rohtagi

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