अमूल डेयरी का अमूल दूध का नाम तो सुना ही होगा। लेकिन क्या अनूल नाम सुना है?
क्या दोनों एक ही है…?
फिर से ध्यान से पढ़िए। एक अमूल है और एक अनूल। म और न का फर्क है।
इसी तरह आपने नोटिस नहीं किया होगा और कई बार धोखे से अनूल दूध खरीद लिया होगा। कई लोग बोल सकते हैं कि ऐसा कोई दूध की डेयरी नहीं है। लेकिन आप गलत हैं। इस नाम से दूध बिकता है और इसके खिलाफ हाल ही में अमूल ने केस भी जीत लिया है।
गूगल में नहीं होता सर्च
सबसे हैरत की बात है कि आप इसे जब गूगल में सर्च करेंगी तो कुछ भी नहीं मिलता है और बाद में ऑटोकरेक्ट होकर अमूल हो जाता है। केवल एक विकीपीडिया का सर्च दिखता है जो Nicobar district एक गांव के बारे में बताता है। जबकि यह एक ऐसी कंपनी है जिसके खिलाफ अमूल पिछले बीस साल से केस लड़ रहा है।
‘अनूल ताज़ा’ और ‘अनूल शक्ति’
ये हर किसी को मालूम है कि अमूल गुजरात का डेयरी फॉर्म है। लेकिन गुजरात में ही ‘अनूल ताज़ा’ और ‘अनूल शक्ति’ नाम से दूध बिकता है। ये दोनों नाम सुनने में बिल्कुल अमूल की तरह लगते हैं। जिसके कारण कई बार लोग इससे धोखा खा जाते हैं। जबकि सच बात है कि इसी धोखे का फायदा उठाने के लिए ही अनूल नाम से इस डेयरी ने दूध बेचना शुरू किया है।
‘श्री शक्ति डेयरी’
अहमदाबाद की ‘श्री शक्ति डेयरी’ ‘अनूल ताज़ा’ और ‘अनूल शक्ति’ नाम से दूध बेचती है। सबसे हैरत की बात है कि इस कंपनी ने ना केवल अमूल से मिलता-जुलता नाम रखा है बल्कि अनूल दूध जिस पैकेट में बेचा जाता है उसका रंग और डिजाइन भी बिल्कुल अमूल के पैकेट से मिलता-जुलता है। अमूल की हुबहू कॉपी होने के कारण इसे मार्केट में काफी फायदा भी हुआ है। इसी कारण से अमूल ने इस कंपनी पर केस भी किया था।
1998 में किया था केस
अमूल डेयरी ने इस कंपनी के खिलाफ अपने नाम और पैकिंग के रंग की नकल करने का आरोप लगाते हुए केस किया था और पहला नोटिस 1998 में भेजा था। हाल ही में इसका फैसला आया है और डेयरी कंपनी अमूल ने ‘अनूल ताज़ा’ और ‘अनूल शक्ति’ नाम से दूध बेचने वाली अहमदाबाद की ‘श्री शक्ति डेयरी’ के खिलाफ 20 साल पुराना केस जीत लिया है।
20 साल की कानूनी लड़ाई के बाद अहमदाबाद स्थित निजी डेयरी को वडोदरा में एक कमर्शियल अदालत द्वारा ‘अनुल ताज़ा’ और ‘अनुल शक्ति’ के ब्रांड नामों के तहत पैकेट में दूध बेचने से मना कर दिया है।
1998 में कैरा जिला सहकारी दूध उत्पादक संघ लिमिटेड, जिसे अमूल डेयरी और गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) के नाम से जाना जाता है, ने पाया था कि नरोदा स्थित श्री शक्ति डेयरी ब्रांड ऐसे अमूल की तरह सुनने वाले नाम का इस्तेमाल करके ‘अनुल शक्ति’ और ‘अनुल ताज़ा’ दूध पैकेट में बेच रही थी। इनका निर्माण कुलदीप एंटरप्राइजेज नामक एक फर्म कर रही थी।
अमूल डेयरी ने इन दोनों ही उत्पादों के लिए कंपनी को कानूनी नोटिस भेजा था, जिसके जवाब में उन्होंने कहा था कि अनुल नाम सुनने में ही बिल्कुल अलग लगता है। जिसके कारण कोई दुविधा होने की संभावना बनती ही नहीं है। निजी डेयरी के वकील ने तर्क दिया था कि अमूल, जीसीएमएमएफ या अमूल डेयरी के लेबल पर अधिकार जमाने वालों के अलावा अन्य लोग भी लेबल और ट्रेडमार्क का इस्तेमाल कर रहे हैं।
जिसके जवाब में अमूल ने तर्क दिया कि समान पैकेजिंग और रंग पैकेट पर क्यों इस्तेमाल किया जा रहा है। सालों तक तर्क-वितर्क करने के बाद अमूल ने केस जीत लिया है और अनूल पर फिलहाल दूध बेचने पर रोक लगा दी गई है।