अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना दोनों ही अपने ज़माने के सुपरस्टार रह चुके हैं, दोनों ने साथ में कई फिल्में भी की, मगर दोनों के रिश्ते बहुत दोस्ताना नहीं रहे.
इतना ही नहीं एक घटना के बाद तो अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना ने साथ काम करना ही बंद कर दिया.
क्या था वो वाकया जिसकी वजह से दोनों सुपरस्टार से साथ काम करना छोड़ दिया?
बात करीब 70 के दशक के आसपास की है जब अमिताभ सुपरस्टार बन चुके थे और उनकी फिल्में हिट हो रही थीं. उनके करीब-करीब सभी रोल पॉप्युलर थे. उस वक़्त उन्हें टक्कर देने वाला कोई हीरो नहीं था. लेकिन इसी बीच गुलजार के निर्देशन में एक फिल्म आई ‘मेरे अपने’. और इस फिल्म से एंट्री हुई विनोद खन्ना की. देखते ही देखते विनोद खन्ना की फिल्में भी हिट होने लगीं और कहा जाता है कि वो वह बिग बी को चुनौती देने के मुकाम पर आ पहुंचे थे.
बॉक्स ऑफिस पर जलवा भी दोनों का था. इस बीच कई फिल्मों में दोनों साथ भी दिखे.
फेंक दिया था ग्लास –
1978 में डायरेक्टर प्रकाश मेहरा अपनी फिल्म ‘मुक्कदर का सिकंदर’ के लिए अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना को साइन किया और ये फिल्म दोनों की साथ में आखिरी फिल्म साबित हुई. दरअसल, फिल्म में एक सीन में अमिताभ को एक ग्लास विनोद खन्ना की तरफ फेंकना था और वह विनोद खन्ना के हाथ में पकड़े हुए ग्लास पर लगना चाहिए था. लेकिन हुआ कुछ और ही. जब अमिताभ ने ग्लास फेंका तो वो विनोद खन्ना के चेहरे पर जा लगा जिससे उन्हें ठुड्डी के पास चोट आई. खन्ना को टांके भी लगवाने पड़े.
देखन वालों को भले ही ये महज़ एक संयोग लगा हो, लेकिन कहा जाता है कि बिग बी ने फ्रस्टेशन में आकर ऐसा किया था, क्योंकि उस वक्त स्टारडम में विनोद खन्ना ही उन्हें कड़ी चुनौती दे रहे थे.
खैर फिल्म मुक्कदर का सिंकदर तो हिट हो गई, मगर इस फिल्म के बाद अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना कभी साथ नहीं दिखे. सुनने वालों को भले ही अजीब लगे कि सदी का महानायक भला ऐसा कैसे कर सकता है, मगर जनाब, इनसिक्योरिटी इंसान से कुछ भी करा सकती है.