अमरीका और हमसे पीछे?
यकीन नहीं होता ना?
पर गौर से देखें तो ऐसा ही है! माना कि उनकी इकॉनमी या टेक्नोलॉजी हमसे बेहतर है लेकिन उस देश में चल रही हवाएँ इशारा कर रही हैं कि वो लोग बीस साल पीछे चले गए हैं!
आईये बताएं कैसे:
1) जुरैसिक वर्ल्ड
आज से बाइस साल पहले 1993 में जुरैसिक पार्क नाम की फिल्म ने दिनया में धमाका कर दिया था| पहली बार अपने पास की थिएटर स्क्रीन पर बड़े-बड़े डायनासोर देख के हम सब पागल से हो गए थे और उसका असर आज तक इतना है कि पूछिए मत! उसी का नतीजा देखिये कि आज फिर उसी फिल्म की श्रृंखला में जुरैसिक वर्ल्ड ने एक बार फिर धूम मचा दी है! हाल ही में रिलीज़ हुई इस फिल्म ने $500 मिलियन डॉलर से ज़्यादा का व्यापार कर लिया है और यह तो शुरुआत है!
2) टर्मिनेटर
1984 में टर्मिनेटर श्रृंखला की पहली फिल्म आई और दुनिया ने देखा की इंसान और रोबोट का मिश्रण क्या कर सकता है! जेम्स कैमरॉन और गेल ऍन हर्ड द्वारा रची गयी इस फिल्म के चार भाग आ चुके हैं और इस की पांचवी क़िस्त रिलीज़ होगी, टर्मिनेटर जेनिसिस के नाम से! आर्नोल्ड श्वाज़नेगर के फ़िल्मी सफर की सबसे सफल फिल्म है ये और 67 साल की उम्र में एक बार फिर लौटेंगे वो दुनिया को बचाने!
3) क्लिंटन
क्लिंटन फ़ैमिली के सबसे मशहूर व्यक्ति, श्री बिल क्लिंटन अमरीका के राष्ट्रपति रहे और वो भी पूरे 8 साल तक, सन 1993 से 2001 तक! बहुत उतार-चढ़ाव देखे उन्होंने और अब उनकी पत्नी, श्रीमती हिल्लरी क्लिंटन जिन्हे हराकर बराक ओबामा 2009 में राष्ट्रपति बने थे, चुनावी मैदान में उतर आई हैं! जी हाँ, एक बार फिर अमरीकी राजनीती में 20-22 साल पुराने नाम होंगे क्लिंटन के!
4) बुश
अमरीकी राजनीती में एक ही परिवार से दो लोगों ने राष्ट्रपति पद का भार संभाला| पहले थे जॉर्ज एच. डब्लू. बुश (1989-1993) और दुसरे, उनके बेटे जॉर्ज डब्लू. बुश (2001-2009)| अब बारी है तीसरे सदस्य, जॉन एलिस “जेब” बुश की! जी हाँ, जॉर्ज डब्लू. बुश के छोटे भाई भी राष्ट्रपति पद की होड़ में अपना नाम डाल चुके हैं और जल्द ही अखबारों में खबरें क्लिंटन बनाम बुश की ही दिखा करेंगी!
यह सब देख-पढ़ के यही लगता है कि भले ही अमरीका ने बहुत तरक्की कर ली है पर हक़ीक़त में वो अपने अतीत में ही जी रहे हैं! मानो नयी सोच, नए विचारों का आकाल सा पड़ गया है और पुरानी सफलताओं को रीसायकल करने की कोशिश की जा रही है!
यार हम उनसे तो अच्छे हैं जो यहाँ कुछ नया करने की कोशिश कर रहे हैं! नयी तरह की राजनीती, नए विचार, नयी सोच के साथ एक नया कल बनाने की एक ज़िद ही तो है जो हमें आगे लिए जा रही है और अमरीका जैसे देश हमारी दोस्ती और हमारे आर्थिक बाजार की तरफ आकर्षित हो रहे हैं!
कुछ भी कहो, हैं तो हम उनसे आगे ही, है ना?
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