कला की सबसे खास बात होती है कि ये छुपी नहीं रह सकती.
देर से ही सही पर कला को अपनी पहचान ज़रूर मिलती है. क्या आप सोच सकते है कि रोज़मर्रा इस्तेमाल होने वाली चीज़ों को कुछ इस तरह सजाया जा सकता है कि उसकी परछाई से गणपति से लेकर माइकल जैक्सन तक बन जाए.
जी हाँ ये बात एकदम सही है और ऐसा कर दिखाया है करीमनगर में रहने वाले 25 वर्षीय सना अनिल कुमार ने.
अमित बहुमुखी प्रतिभा के धनी है.परछाई से कलाकृतियाँ बनाना, कॉफ़ी पाउडर से पेंटिंग तैयार करना, इसके अलावा स्केच,पेंटिंग और संगीत में भी उनका कोई सानी नहीं है.
आइये आज आपको दिखाते है अमित की कला के कुछ नमूने जिन्हें देखकर आप दांतों तले उंगली दबा लेंगे.
मार्कर रुबिक क्यूब और ऐसी ही दैनिक उपयोग की वस्तुओं से बना ताजमहल
प्रसिद्ध संगीतकार रहमान
महात्मा गांधी
शिव की ऐसी छवि शायद ही देखी हो पहले.
इसके बारे में क्या कहोगे, है ना कमाल का
विन्ची की मोनालिसा से कुछ कम नहीं ये मोनालिसा भी. इसको बनाया गया है कॉफ़ी पाउडर से.
वाह क्या बात है… इसके अलावा और क्या कहेंगे
बुद्ध की कमाल की छवि रोज़मर्रा की चीज़ों से
देखा आपने कमाल की कला है ना अनिल की. परछाई देखकर कोई अंदाज़ा भी नहीं लगा सकता कि बनाने में इतनी साधारण सी चीज़ों का उपयोग हुआ है.
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