4) कामवाली बाई
भाइयों इनके आगे तो ज़बान खोलने की कोशिश भी मत करना कभी वरना ऐसा तजुर्बा मिलेगा कि शायद किसी महिला के आगे मुँह खोलने के क़ाबिल न रह जाओगे! वो जानती हैं कि उनके बिना हमारा दिन न शुरू होता है न ख़त्म, बस इसीलिए उनकी धौंस चलती है! चलने दो भाई, चलने दो!