एलियंस की दुनिया का राज मात्र आम इंसानों को नहीं बताया जाता है.
वैसे इस बात के पक्के सबूत प्राप्त हो चुके हैं कि दूसरे ग्रहों पर जीवन है और वहां रहने वाले प्राणी धरती पर आते रहते हैं.
अमेरिका एयर रूस पर इस बात के निश्चित सबूत हैं और कहते हैं कि अमेरिका की एक रिसर्च टीम ने तो एलियंस को देखा भी है और उन्होंने तो कुछ संख्या में एलियंस पकड़े भी हैं.
वैसे हमारे धर्म शास्त्रों में इस बात का जिक्र है कि धरती के अलावा भी जीवन है. मनुष्य जैसे दिखने वाले प्राणी और भी हैं. जी, आपको बेशक यह सब बातें झूठी लग रही होंगी लेकिन यह एक सत्य है. एक ऐसा सत्य जिसे आम इंसानों से छुपाया जा रहा है. एलियंस धरती पर आते रहते हैं इस बात को भारतीय सरकार की कुछ फाइलों में भी छुपाया गया है.
भारत और चीन सीमा पर एक ऐसा ही गाँव है जिसका नाम लद्दाख का द कोंग्का है. यहाँ के लोग दावा करते हैं कि उन्होंने एलियंस देखे हैं और कुछ-कुछ समय बाद गाँव में यूएफओ यहाँ आते रहते हैं.
क्या लिखते हैं कुछ ब्लॉग
वैसे इस बात की जानकारी कुछ लेखकों के ब्लॉग से ही प्राप्त हो पाती है.
यहाँ लिखा गया है कि लद्दाख का द कोंग्का ला दर्रा दुनिया के उन इलाकों में है, जिसके बारे में बहुत कम जानकारी मिल पाई है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण हिमालय क्षेत्र में होना है. स्थानीय निवासियों और यात्रियों का दावा है कि यूएफओ यानी उड़न तश्तरी का देखा जाना इस क्षेत्र में आम बात है. भारत और चीन दोनों ही देश को इस संबंध में जानकारी है और वे एक-दूसरे से सूचनाएं प्रदान करती है. यहां तक कि गूगल अर्थ ने भी इस तरह की घटनाओं का जिक्र किया है.
लद्दाख ही क्यों ?
कुछ जानकार लोग बताते हैं कि लद्दाख का जो इलाका बताया जाता है कि यहाँ एलियंस आते हैं वहां के हालात एलियंस के हिसाब से एक दम सही हैं. वहां पर बहुत ज्यादा भीड़ नहीं है. साथ ही साथ यहाँ का तापमान भी एक सही है. ऐसा लोग बताते हैं तो उसमें कुछ न कुछ तो सच्चाई होगी ही.
यह बात यहाँ का बच्चा-बच्चा बोलता है कि अक्सर रात के समय में आसमान में कुछ अजीब हरकतें होनी लगती हैं. तेज रोशनी के साथ कुछ चीज आसमान से नीचे आती है.
इस तरह की घटना जब भी होती है तब कई सरकारी एजेंसियां खुद-ब-खुद यहाँ पर आ जाती है.
तो इसका सामान्य सा अर्थ है कि सरकार को इस बारे में जरूर बहुत कुछ पता है.