राजीव भाटिया ,चांदनी चौक का लम्बा छरहरा लड़का
आज ‘धड़कन’ बन चुके है करोड़ों दिलों की. ना सिर्फ देश में बल्कि देश के बाहर भी.
आप सोच रहे होंगे कौन है ये राजीव भाटिया जिनकी तारीफ के कसीदे हम पढ़े जा रहे है.
चलिए आपको एक दो हिंट देते है.
इनको ‘मोहरा’ समझने की भूल मत करना ये तो ‘गब्बर’ है.
अपने ‘संघर्ष ’ की बदौलत ये ‘बेबी’ से ‘खिलाडियों के खिलाड़ी’ बने है, कोई ‘हेराफेरी ’ नहीं.
इनका तो ‘अंदाज़ ’ ही निराला है, कभी ‘जानवर’ तो कभी ‘आवारा पागल दीवाना ’ बन जाते है.
हरी ओम भाटिया जी ने भी नहीं सोचा था की उनका ‘सपूत’ इतना बड़ा ‘तीस मार खान’ बन जायेगा कि आने वाले ‘वक्त’ में विदेश में ‘आँखे ’ मिलाकर सबसे कहेगा ‘नमस्ते लन्दन ’
लोगों ने इन्हें ‘जोकर’ भी समझा और ‘जुल्मी ’ दुनिया ने कहा कि फिल्मों में से ‘अजनबी’ क्या ‘एंटरटेनमेंट’ करेगा.
इस ‘खिलाडी ’ ने हार नहीं मानी और कहा ‘हे बेबी’ अब ‘वक्त हमारा है’ और उसके बाद तो बस हर जगह इस ‘इंटरनेशनल खिलाडी’ की फिल्मों के शो में लिखा रहने लगा ‘हाउसफुल’
जब बहुतों ने इनको ‘बेवफा ’ और ‘’खिलाडी 420’ कहा तो इन्होने ट्विंकल से पूछ लिया ‘मुझसे शादी करोगी ’
ट्विंकल का जवाब था ‘हाँ मैंने भी प्यार किया’ और दिल की ‘फिर हेरा फेरी’ से बन गए दोनों ‘मिस्टर एंड मिसेज़ खिलाड़ी ’
इस तरह राजीव ‘दीवाने हुए पागल’ और ट्विंकल को कहने लगे ‘जान ए मन’ तुम ही हो ‘मेरे जीवन साथी’
अब तो ‘चांदनी चौक टू चाइना’ में चर्चे थे इनके और फिर धीरे धीरे बढ़ी ‘फॅमिली’ और दो से हुए तीन. ‘भागम भाग’ कम हुयी और ट्विंकल और राजीव ने किया वेलकम नन्हे ‘आरव’ का.
अब पासपोर्ट साइज़ से आगे बढ़कर इनकी ‘8X10 तस्वीर’ छपने लगी थी हर मैगज़ीन हर अखबार में . हर जगह इनका ही ‘टशन’ दिखने लगा.
ये स्पीडी सिंह फिर जा पहुंचा सीधे पटियाला हाउस में और ‘दे दना दन इतने हाउसफुल’ के बोर्ड लगे सिनेमाघरों में कि लोग कहने लगे ‘ओह माय गॉड ’ ये तो पूरा ‘रावड़ी राठौर ’ है.
मुझे आपको और हमारी तरह करोड़ों चाहने वालों का ‘एंटरटेनमेंट’ करने वाले राजीव कभी फिल्मो से ‘हॉलिडे ’ पर नहीं जाए. बच्चे बूढ़े जवान सब है जिनकी फिल्मों के ‘शौक़ीन ’ वो और कोई नहीं वो है बॉलीवुड के ‘बॉस ’
राजीव भाटिया यानि आपके और हमारे चहेते सुपरस्टार अक्षय कुमार.
तो बताइए कैसी लगी सुपरस्टार अक्षय कुमार की कहानी एक नए अंदाज़ में