ENG | HINDI

इस कारण हर तरह की हीरोइन के साथ काम करने को तैयार हो जाते हैं अक्षय कुमार !

अक्षय कुमार की हेरोइनें

अक्षय कुमार की हेरोइनें – पिछले कुछ सालों में रिलीज होने वाली अक्षय कुमार की फिल्मों पर अगर गौर करें तो एक समानता देखने को मिलती है।

अक्षय कुमार की हेरोइनें अलग अलग होती है – लगभग हर फिल्म में वह एक नई हीरोइन के साथ नजर आते हैं, जो स्टारडम के मामले में उतनी मशहूर नहीं होतीं, जितने खुद अक्षय हैं।

इसके पीछे क्या वजह हो सकती है, इसका खुलासा एक हालिया इवेंट में अक्की ने कर ही दिया। उन्होंने कहा कि मैं हर फिल्म में एक नई हीरोइन के साथ काम करता हूं। लोगों को अजीब लगता है, क्योंकि आमतौर पर लोग मशूहर हीरोइनों के साथ ही काम करना चाहते हैं।

नए चेहरों के साथ काम करने के लिए मुझे जो बात प्रेरित करती है, वो है बदलाव। कॅरियर को लंबा चलाने के लिए अपने दर्शकों को बांधे रखना जरूरी है। जब मैं किसी नई एक्ट्रेस के साथ काम करता हूं तो दर्शकों को यह अंदाजा नहीं होता कि उनके साथ मेरा कनेक्शन कैसा होगा। वैसे अभिनेत्रियों को रिपीट न करने का फॉर्मूला अपनाने से एक फायदा यह भी है कि फिल्म के केंद्र में वो ही रहते हैं। साथ ही हीरोइनों के साथ नाम जुड़ने की समस्या खत्म हो जाती है, जिससे गैर जरूरी गॉसिप को भी हवा नहीं मिलती। वरना बॉलीवुड में तो दो फिल्में किसी अभिनेत्री के साथ की नहीं और नाम जुड़ना शुरू हो जाता है। शादी-शुदा हो या सिंगल मीडिया को उससे कोई फर्क नहीं पड़ता और मुझे यह कतई गंवारा नहीं है।

इसलिए जब भी कोई निर्देशक मुझसे किसी नई हीरोइन के बारे में बताता है तो मैं फोरन हां कह देता हूं।

मुझे किसी के स्टारडम से कोई फर्क नहीं पड़ता। बस मैं अपने घर में शांति बनाए रखना चाहता हूं।

अक्षय कुमार की हेरोइनें के बारे में बात करते हुए ऐसा लग रहा है कि किसी नामचीन हीरोइन के साथ काम करके उनके घर में कलैश पैदा हो जाता है। खैर आपको बता दें कि फिल्म जॉली एलएलबी-2 में अक्षय पहली बार हुमा कुरैशी के साथ देखे गए। वहीं टॉयलेट- एक प्रेम कथा में वह भूमि पेडनेकर के साथ आ रहे हैं।

वहीं, पैडमैन में उनकी र्लींडग लेडी राधिका आप्टे हैं।