6 – वर्ष 1988 में खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में घुस गए थे. ऑपरेशन ब्लैक थंडर के दौरान महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी जुटाने के लिए डोभाल एक रिक्शेवाला बनकर मंदिर के अंदर घुसे थे. उन्होंने अपने को पाकिस्तानी जासूस बताया था. खालिस्तानियों को विश्वास दिलाने में उन्हें 10 दिन लगे थे.