अहमद शहजाद – कई बार ऐसा होता है कि बिना गलती के आपको सजा मिल जाती है और आप बस यही सोचते रह जाते हैं कि आखिर मेरा कसूर क्या था.
पाकिस्तानी क्रिकेटर अहमद शहजाद के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है. अनजाने में ली एक दवा ने उनका करियर ही दाव पर लगा दिया और हैरानी की बात ये है कि ये दवा उन्हें उनकी पत्नी ने दी थी.
पाकिस्तानी क्रिकेटर अहमद शहजाद पर डोप टेस्ट में फेल होने के बाद 4 महीने का बैन लग है.
इस मामले में हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, वो ये कि जिस दवा की वजह से वो डोप टेस्ट में फेल हुए वो दवा गलती से उनकी पत्नी ने दी थी और वो कैंसर के इलाज में दी जाने वाली दवा थी. इसी की वजह से अहमद का डोप टेस्ट पॉजीटिव पाया गया. एक क्रिकेट वेबसाइट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अहमद शहजाद ने डोप टेस्ट से कुछ दिन पहले अपनी पत्नी की गलती के कारण अनजाने में कैंसर के इलाज में दी जाने वाली दवा ड्रोनाबिनोल खा ली थी. जिसकी वजह से उनके यूरिन सैंपल में वाडा और पीसीबी द्वारा प्रतिबंधित पदार्थ टीएचसी की मात्रा पाई गई और उन पर चार महीने का बैन लगा दिया गया.
रिपोर्ट के मुताबिक अहमद शहजाद को पाकिस्तान कप टूर्नामेंट में 3 मई को बलूचिस्तान के लिए मैच खेलना था.
मैच के दिन वह सुबह सो कर उठे तो उन्हें चक्कर आने लगा और उनका जी घबरा रहा था. शहजाद ने अपनी पत्नी से दवा मांगी. उन्होंने शहजाद को गलती से ग्रेविनेट की जगह उनकी मां द्वारा ली जाने वाली कैंसर की दवा दे दी और उनकी ये छोटी सी गलती शहजाद पर बहुत भारी पड़ी.
अहमद शहजाद ने अपना पक्ष रखते हुए पाकिस्तानी क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को मां की दवाओं वाली पर्ची और दूसरे मेडिकल रिकॉर्ड भी दिए हैं.
साथ ही पाकिस्तान के इस क्रिकेटर अपना कैरेक्टर सर्टिफिकेट भी पीसीबी को दिया है जिसमें उनके डोप टेस्टिंग के समय मौजूद रहे फिजियोथेरेपिस्ट, मुख्य कोच मिकी आर्थर, पूर्व कप्तान मिस्बाह-उल-हक और ऑलराउंडर शोएब मलिक ने साइन किए थे.
उम्मीद है सारी जांच के बाद शहजाद का रास्ता शायद साफ हो जाए. इस वाकये से एक सबक सबको लेना चाहिए वो यह कि कभी भी कोई दवा अच्छी तरह जांचे बिना नहीं खानी चाहिए.