इमोशनल होने की उम्र – महिलाओं को पुरुषों की तुलना में ज्यादा इमोशनल कहा जाता है।
महिलाएं मन से बहुत संवेदशनशील होती हैं और उनके मन में हर किसी के लिए करुणा भरी होती है। शायद इसी वजह से स्त्री को सबसे करुणामयी कहा गया है।
वैसे तो स्त्री संपूर्ण ही करुणामयी है लेकिन क्या आप जानते हैं कि उम्र के किस पड़ाव में आकर कोई भी स्त्री सबसे ज्यादा इमोशनल होती है? जी हां, स्त्रियों के जीवन में एक ऐसा पड़ाव भी आता है जब वो सबसे ज्यादा इमोशनल या भावानात्मक महसूस करती हैं।
25 की उम्र, इमोशनल होने की उम्र में लड़कियां अपने ऊपर ज्यादा ध्यान देती हैं। इस समय वो अपनी खूबसूरती और लुक्स को लेकर पहले से ज्यादा कॉन्शियस हो जाती हैं और हमेशा स्टाइलिश दिखना चाहती हैं। वहीं 27 की उम्र तक आते-आते उनमें शादी कर सैटल होने की भावना ज्यादा हिलोरे खाने लगती है। ये उम्र का वो पड़ाव होता है जब हर लड़की अपने लिए एक परफैक्ट लाइफ पार्टनर की कल्पना करने लगती है।
इमोशनल होने की उम्र –
अगर इस उम्र में शादी हो जाए तो बायोलॉजिकली और इमोशनली सबसे ठीक रहता है। जी हां, आज हमारे देश की अधिकतर जेनरेशन 25 से 30 साल के बीच की है और इस उम्र में लगभग सभी शादी करके सैटल करने का प्लान करते हैं लेकिन देखा जाए तो बहुत ही कम लोगों की ये प्लानिंग सफल हो पाती है।
रिसर्च की भी मानें तो महिलाओं की शादी की उम्र 25 से 30 के बीच सबसे ठीक रहती है। ये समय उनके लिए बहुत सही होता है जब वो किसी के साथ शादी के बंधन में बंध सकती हैं। अगर आपकी शादी 27 से 30 की उम्र में हो गई है तो जाहिर सी बात है कि आप 35 की उम्र से पहले मां भी बन जाएंगीं।
मां बनना एक स्त्री के लिए सबसे बड़ा सुख होता है और कहते हैं कि मां बनने के बाद एक स्त्री और भी ज्यादा करुणामयी हो जाती है।
इसका मतलब है कि मां बनने के बाद महिलाएं ज्यादा इमोशनल हो जाती हैं। वैज्ञानिकों की भी मानें तो एक बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं के विचार काफी बदल जाते हैं और वो हर चीज़ के प्रति संवेदना रखने लगती हैं। अगर आप भी मां बन चुकी हैं तो इस बात को आसानी से समझ सकती हैं।
इस बात के आधार पर मां बनने के बाद और 25 से 35 की उम्र के बीच महिलाएं सबसे ज्यादा इमोशनल रहती हैं।
इसके अलावा उम्र के इस पड़ाव के बीच में उन्हें बहुत कुछ करना भी पड़ता है और सहना भी। यही वो दौर होता है जब महिलाओं को अपने करियर में सैटल होकर शादी करनी होती है और अपने परिवार को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी लेती हैं इसलिए ये दौर हर स्त्री के जीवन में बहुत खास और मुश्किल होता है। अब तो आप जान गए ना कि किस उम्र में महिलाएं सबसे ज्यादा इमोशनल होती हैं।
इमोशनल होने की उम्र – हर महिला अपने जीवन में इस पड़ाव से गुज़रती ही है और इन अनुभवों का अहसास करती हैं। आपको भी अपने जीवन में कभी ना कभी तो ऐसा महसूस हुआ ही होगा।