आये दिन बलात्कार की खबरों से अखबार और न्यूज़ चैनल भरे पड़े रहते हैं और आज कल लोग भी अब ऐसी घटनाओं पर अपनी प्रतिक्रिया देना लगभग बंद कर चुके हैं.
इसके पीछे वजह भी हैं क्योकि न तो सरकार इन अपराधो के ख़िलाफ़ सक्रिय हैं न कानून में कोई बदलाव आया और न ही अपराधों में कमी आई.
एक सर्वे के मुताबिक हर एक घंटे में दो महिलाएं बलात्कार का शिकार होती हैं, आये दिन उनके साथ हिंसा होती हैं लेकिन पुरे माहौल में ज़रा भी फर्क नही आया हैं और इससे ज्यादा दुर्भाग्य की बात और क्या होगी कि आज भी समाज लड़कियों को उनके साथ हुए इस अपराध के लिए, उन्हें ही दोषी मानता हैं जबकि बलात्कार करने वाले अपराधियों में उनके द्वारा किये गए अपराध के प्रति थोड़ी भी ग्लानी नहीं होती हैं, उन्हें ज़रा भी नहीं लगता कि उन्होंने जो कुछ भी किया हैं वह गलत था.
अपना अपराध मानने की जगह उल्टें तर्क देते हैं कि लड़कियों को घर पर रहना चाहियें, रात के 11 बजे कोई लड़की अगर बाहर ऐसे घुमेगी या छोटे और उत्तेजक कपड़े पहनेगी तो उसके साथ यही होगा.
किसी ज़िन्दा लड़की के साथ हुआ कृत्य फिर भी स्पष्ट हैं क्योकि वह जीवित होती हैं, लेकिन तब आप क्या कहेंगे कि अपराधियों की हैवानियत की हद हो गई है कि उन्होंने अपनी हवस पूरी करने के लिए एक लड़की की लाश के साथ संबंध बनाएं.
घिन आ रही हैं न इंसानो की ऐसे वहसी करतूत पर?
ऐसा ही प्रतिक्रिया बाकियों की भी थी जब उन्हें इस खबर के बारे में पता चला था.
गाज़ियाबाद इलाके में एक ऐसी ही वीभत्स घटना हुई हैं, जिसे सुनकर आप इंसानियत पर सवाल करने लगेंगे. गाज़ियाबाद में हवस के अंधे तीन लोगों ने उस इलाक़े के कब्रिस्तान जाकर महज आधे घंटे में 4 फीट गहरी कब्र खोदी और कब्र के अंदर दफ़न एक 26 वर्षीय युवती की लाश बाहर निकाल कर उसके साथ संबंध बनाया और कब्र से 20 फ़ीट दूर उस लाश को उसी नग्न अवस्था में छोड़ कर भाग गए.
इस घटना की जानकारी जब तलहेटा गाँव के लोगों को तब पता चली जब कुछ लोगों ने इक लड़की की निर्वस्त्र लाश देखी. पुलिस मौके पर पहुच कर मामले की जानकारी जुटाने लगी तो इस मृत युवती के परिवार से ज्ञात हुआ कि कुछ दिन पहले ही प्रसव के चलते इसकी मौत हो गयी थी और उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था.
पुलिस ने घटना स्थल को देख यह कहा कि इस पुरी घटना में तीन लोगों के शामिल होने की सम्भावना लग रही हैं और तीनो ने मिल कर युवती की लाश के साथ दुष्कर्म किया हैं. ग्रामीणों को घटना का पता चलते ही सभी आक्रोशित हैं कि पुलिस क्यों अभी तक अपराधियों को पकड़ नहीं पाई हैं?
हम इंसान अपने स्तर से काफी नीचे आ चुके हैं यह बात तो हम सब जानते हैं, लेकिन इस घटना के बाद इंसान की दरिंदगी के लिए क्या कहे समझ नहीं आता हैं.