५. तोरण उर्फ़ प्रचंडगढ
मराठा साम्राज्य के लिए ऐतिहासिक जीत १६४३ में पहली बार तोरणगढ हासिल करने के बाद मिली. समुद्र के स्तर से 1405 मीटर की ऊंचाई के पहाड़ी पर यह गढ होने के कारन इसे प्रचंडगढ भी कहा जाता है. तोरण ट्रेक मार्ग ३ भागो विभाजित है. प्रारंभिक पहाड़ की चडाई, पठार(plateau) और अतिम तोरणगढ में बिनी दरवाजा.
तोरण ट्रेक
स्थिति: पुणे से 60 किलोमीटर
ऊँचाई: समुद्र स्तर से 4610 फीट ऊपर
कठिनाई स्तर: मध्यम