एक्टिंग ऐसा हुनर है जिसकी जितनी प्रैक्टिस की जाए वो उतना ही निखरती है.
चाहे बात स्टेज की करे या फ़िल्म की समय,वक्त, काल और परिस्थिती जो भी कहानी की मांग है उसके मुताबिक खुद को ढालना एक कला है. वैसे तो कहा जाता है कि अभियन एक जन्मजात प्रतिभा है लेकिन इसे भी बाकी विषयों के तरह ही लेना चाहिए.
वैसे तो अभिनय के क्षेत्र में कदम रखने से पहले दूसरे क्षेत्रों की तरह कोई ट्रेनिंग लेना अनिवार्य नहीं है मगर एक्टिंग की ट्रेनिंग सहज अभिनय प्रतिभा को निखारने में मददगार साबित हो सकती है.
कितनी मददगार है एक्टिंग की ट्रेनिंग-
- वाईस मोड्यूलेशन की ट्रेनिंग दी जाती है यानि स्क्रिप्ट के हिसाब से आवाज का उतार चढ़ाव.
- बॉडी लैंग्वेज के बारे में ट्रेनिंग दी जाती है.
- एक्टिंग की एंडवास टैक्नीक
- स्क्रिप्ट का एनालिसिस
- ऑडिशन के लिए कैसे तैयारी की जाए ये सीखाया जाता है.
कहां से ले ट्रेनिंग-
भारत के विविध संस्थानों में एक्टिंग की ट्रेनिंग दी जाती है साथ ही डिग्री या डिप्लोमा कोर्स कराएं जाते है. भारत के कुछ प्रमुख एक्टिंग स्कूल और कॉलेज का उल्लेख हम करेंगे.
- नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, नई दिल्ली
- सिटी पल्स इंस्टिट्यूट ऑफ फ़िल्म एंड टेलिविजन, गांधीनगर
- सत्यजीत रे फ़िल्म इंस्टीट्यूट,कोलकाता
- फ़िल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे
- इंडियन एकेडमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट्स,नई दिल्ली
आपको इन सरकारी संस्थानों में प्रवेश लेने के लिए कॉम्पीटिटिव एग्जाम से गुजरना पड़ता है. अगर इन संस्थानों में प्रवेश ना मिले तो आप प्राईवेट संस्थानों में प्रवेश ले सकते है.
- अनुपम खेर का एक्टिंग स्कूल एक्टर प्रीपेयर
- मशहूर फ़िल्मकार सुभाष घई का व्हिसलिंग वुड्स
- द बैरी जॉन एक्टिंग स्टूडियो
- रोशन तनेजा एक्टिंग स्टूडियो
- किशोर नमित कपूर एक्टिंग इस्टींट्यूट
एक्टर बनने के लिए क्या योग्यता होना है जरुरी-
- आपका फेस फोटोजनिक हो तो बहुत बेहतरीन होगा पर इसका मतलब ये नहीं कि आप खूबसूरत हो.
- अगर आपको डांस में महारत हासिल है तो इसे एक एक्सट्रा स्किल के तौर पर लिया जाएगा.
- भाषा पर पकड़ हो तो इससे बेहतर बात और क्या हो सकती है भला.
- आपमें आत्मविश्वास होना चाहिए, यानि कैमरे फेस करते वक्त घबराहट नहीं होना चाहिए.
- नई नई चीजे सीखना पसंद होना चाहिए.
ऐसा नहीं कि एक्टिंग की ट्रेनिंग के लिए कोई ड्रिगी या डिप्लोमा लेना जरुरी हो. इसके लिए सेमिनार और वर्कशॉप्स भी मददगार है. जो कि एक दिन, हफ्ते या कुछ हफ्तों की हो सकती है.
अगर आपकी अभिनय में रुची है तो एक्टिंग स्कूल जाईन करके आप इसे और भी निखार सकते है साथ ही आपके अंदर की झिझक भी इससे दूर होगी.
एक बात जरुर है कि भले ही एक्टिंग स्कूल आपके अभिनय कौशल को निखार सकते है लेकिन आपको काम मिलेगा या नहीं इसकी गांरटी नहीं है. इसके लिए स्ट्रगल करना और धैर्य करना तो आपके हाथ में ही है.