ENG | HINDI

ये है केजरीवाल के वे खास लोग इनके विदेशी दौरो के पीछे छिपा है राज !

आप नेताओं के विदेशी दौरे

आप नेताओं के विदेशी दौरे – आखिर आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल का क्या कोई  विदेशी कनेक्शन है जो बार बार उन पर इसको लेकर उंगली उठती रहती है.

देश के सभी मुद्दों पर बोलने वाले और सभी नेताओं पर आरोप लगाने वाले अरविंद केजरीवाल कभी स्वयं के विदेशी कनेक्शन और आप पार्टी को मिलने वाले चंदे को लेकर आरोपों पर कोई सफाई नहीं देते हैं.

वहीं क्या आम आदमी पार्टी का कोई विदेशी रहस्य है जो इस बार फिर बाहर निकलने के लिए जोर मार रहा है.

क्योंकि एक बार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बगावती तेवर अपनाए पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने केजरीवाल के करीबी आप  नेताओं की विदेश यात्राओं की जानकारी सार्वजनिक किए जाने की मांग को लेकर अनशन शुरू कर दिया है.

अपने घर के बाहर ही अनशन पर बैठे कपिल मिश्रा ने केजरीवाल के बेहद करीबी माने जाने वाले पार्टी के पांच नेताओं संजय सिंह, आशीष खेतान, सत्येंद्र जैन, राघव चड्ढा और दुर्गेश पाठक की विदेश यात्राओं की सारी जानकारियां सार्वजनिक करने की मांग की है.

उनका कहना है कि यह अनशन नहीं, बल्कि सत्याग्रह है और केजरीवाल जब तक इन यात्राओं की जानकारी सार्वजनिक नहीं करते, तब वह भूख हड़ताल पर रहेंगे, बस जल ग्रहण करेंगे.

ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कारण है कि केजरीवाल के मंत्री रहे कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर पैसा लेने के आरोप लगाने के बाद आप नेताओं के विदेशी दौरो को लेकर क्यों मोर्चा खोला है.

क्या कपिल मिश्रा के पास आप नेताओं के विदेशी दौरे को लेकर कोई गोपनीय राज है जिसे सार्वजनिक कराने के लिए वे भूमिका बना रहे हैं.

ज्ञात हो कि केजरीवाल की पार्टी पर फोर्ड फाउंडेशन से विदेशी पैसा लेने के आरोप भी लगे है. इसका आज तक केजरीवाल ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया है.

वहीं एक विदेशी महिला स्मिरट ली के भारत आने और फिर केजरीवाल के संगठन से जुड़ने को लेकर भी सवाल खड़े हुए थे. दावा किया जाता है कि उक्त विदेशी महिला ने भारत में आंदोलन खड़ा करने के लिए पर्दे के पीछे से भूमिका निभाई थी.

साथ ही उसने भारत आने और यहां कार्य करने की जो जानकारी दी वह भी गलत निकली थी. उसके बाद सवाल उठे थे कि केजरीवाल को भारत में विदेशी चंदे और मदद से भारत के स्थापित राजनैतिक दलों के खिलाफ खड़ा किया जा रहा है उसके पीछे क्या मकसद है.

वहीं अब एक बार फिर आप नेताओं के विदेशी दौरे पर जाने को लेकर उनकी ही पार्टी के एक पूर्व मंत्री ने सवाल खड़े किए हैं तो इसके पीछे कोई न कोई राज अवश्य है. जिसे राष्ट्रहित में जनता के सामने आना बेहद जरूरी है.