मस्जिद के बाहर तलवारें – दोस्तों आज हम आपको जिस खबर के बारे में बताने जा रहे हैं वो ना केवल हिंदूओं से बल्कि मुसलमानों से भी जुड़ी है, पिछले कुछ दिनों पहले दिल्ली में एक संगीन वारदात ने अंजाम लिया है.
इस वारदात में बताया जा रहा है की सरकारी पार्टियों की मिली भगत थी.
लेकिन अब इसमें कितना सच है और कितना झूठ आइए आपको बताते हैं.
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने पिछले दिनों विधानसभा सत्र के दौरान खुलासा किया था कि रामनवमी के दिन उनके क्षेत्र में नंगी तलवारों से प्रदर्शन किया गया था. यह खबर सुनते ही पूरा विधानसभा खामोश हो गया. इस वारदात के पीछे कौन था सभी के पास बस एक ही सवाल रहा.
आगे बोलते हुए राम निवास गोयल ने बताया कि कि इसका आपत्तिजनक वीडियो भी चलाया गया. मस्जिद के बाहर तलवारें दिखाई गई जिसका वीडियो भी उपलब्ध है. इसके बावजूद दिल्ली पुलिस केस दर्ज नहीं कर रही है. इस चीज पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं, आखिर दिल्ली पुलिस को केस दर्ज करने में क्या परेशानी हो सकती है?
इस मुद्दे पर विधानसभा स्पीकर ने सभी राजनीतिक दलों के विधायकों को निर्देश दिया था कि जिन-जिन नेताओं के इलाके में ऐसी घटना हुई है, वे लिखित में उन्हें दे. वो पूरी डिटेल पुलिस कमिश्नर को भेजेंगे, ताकि एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा सके.
लेकिन अब आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कपिल मिश्रा ने एक विडियो पोस्ट कर बेहद ही चौकाने वाला खुलासा किया है. जिसके माध्यम से ये दावा किया जा रहा है कि दिल्ली में शांतिप्रिय और मासूम बन रही केजरीवाल सरकार परदे के पीछे बड़ी साज़िश कर रही है.
इस वीडियो में दिखाया जाता है कि कैसे पहले केजरीवाल सरकार विधानसभा में एक प्रस्ताव लाती है, जिसके तहत दिल्ली में मस्जिद के सामने राम नवमी, जन्माष्टमी और अन्य हिंदू त्योहारों पर आप जुलूस नहीं निकाल सकते, विधायक अमंतुल्लाह खान ये प्रस्ताव विधानसभा में लाते जिसके बाद कपिल मिश्रा इसे फाड देते हैं.
वीडियो में आगे दिखाया गया है कुछ दिन पहले जो बवाल मचा हिंदू संगठनों ने भगवा वस्त्र पहनकर मस्जिदों के बाहर तलवारें लहराई और भड़काऊ नारे लगाए थे. कपिल मिश्रा ने वीडियो के जरिए दावा किया कि दरअसल वे सभी आम आदमी पार्टी के मेंबर हैं.
जो भगवा वस्त्र पहनकर मस्जिद के बाहर तलवारें चला रहे हैं. ऐसा कपिल मिश्रा की विडियो में साफ दिखाई दे रहे हैं जो पार्टी के अलग-अलग नेताओं के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं.
सभी का मानना है की कपिल मिश्रा का यह एक पॉलिटिक स्टंट है जो कि उन्होंने अपोजिशन के साथ मिल कर आम आदमी पार्टी को बदनाम करने के लिए किया है. यह वीडियो पूरी तरह से असली है लेकिन इस वारदात के पीछे आम आदमी पार्टी या उनके किसी नेता का हाथ है इस बात का कोई सबूत नहीं है जो कि यह साफ तौर से जाहिर करता है कि इसमें आप की मिलीभगत दूर-दूर तक नहीं है. बल्कि हो सकता है कि उन्हें और दिल्ली पुलिस को बदनाम करने के लिए यह साजिश अपोजिशन की ही रची गई हो.