बॉलीवुड में केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड आमतौर पर उन फिल्मों के लिए ए सर्टिफिकट जारी करता है। जिनमें अभद्र सीन या जिनसे 18 वर्षीय युवाओं पर बुरा प्रभाव होता है।
देखा जाए, बॉलीवुड में फिल्मों को ए सर्टिफिकेट मिलना नयी बात नहीं रह गयी है। क्योंकि यह अक्सर देखा जाता है कि बी-टाउन में 10 में 1 फिल्म को सीबीएससी की ओर से ए सर्टिफिकट मिलता ही है। मगर क्या यह आपने सुना है किसी पुरानी फिल्म को ए सर्टिफिकट मिला हो। शायद न सुना हो, हालांकि बॉलीवुड में वो एक फिल्म थी जिसे पहला ए सर्टीफिकट मिला था।
यह फिल्म 90 के दौर में बनी फिल्म चेतना है। इस फिल्म में वेश्याओं के जीवन व उनके पुनर्वास को उठाया गया था। इन बातों के अलावा सेंसर को फिल्म के कई सीन पर आपत्ति भी थी। जिस वजह से सेंसर ने फिल्म को ए सर्टिफिकट दिया। इस फिल्म की कहानी के मुताबिक अनिल (अभिनेता) नाम के व्यक्ति को सीमा (वेश्या) से प्रेम हो जाता है। वह सीमा से शादी के लिए कहता है और शहर ले जाकर उसके साथ जीवन व्यतीत करने की बात कहता है।
फिल्म में अनिल ध्वन, रेहाना सुल्तान, शत्रुघ्न सिन्हा,नादिरा और मनमोहन कृष्णा ने भूमिका निभायी थी। जो बी ।आर इस्हारा के निर्देशन में बनी। यह एक फिल्म थी। लेकिन कई लोग इस फिल्म से पहले बनी एक फिल्म को बॉलीवुड की पहली ए सर्टिफिकट प्राप्त करने वाली फिल्म मानते है। वो फिल्म भी 90 के दशक में बनी थी लेकिन वृतचित्र की वजह होने से उसे पहली फिल्म नहीं माना गया।
वो फिल्म थी सोशल ईवल, यह फिल्म 1929 में तैयार फिल्म थी। जिसमें सेक्स एजुकेशन को दिखाया गया है। साथ ही फिल्म में कई बोल्ड सीन भी दर्शाए गये थे। इस फिल्म को सेंसर की ओर से ए सर्टिफिकट दिया गया था। मगर वृतचित्र होने से इस बॉलीवुड की ए सर्टिफिकट मिलने वाली पहली फिल्म नहीं कहा जाता है।
फिल्म को ए सर्टिफिकट मिलने का बेतुका कारण
इन दोनों ही फिल्मों में 18 वर्षीय आयु के युवा पर असर होने की संभावना देखी जा सकती है। लेकिन इन दो फिल्मों के अलावा सन् 1950 में मधुबाला और मोती लाल की जोड़ी में बनी फिल्म को बेहिसाब ही ए सर्टिफिकेट मिला। यह फिल्म हंसते आंसु थी। जिसमें यह कहते हुए आपत्ति जताई गयी थी आंसू हंसते हुए कैसे हो सकते है।
बोर्ड ने इस बेहिसाब बात पर टिप्पणी करते हुए डायरेक्टर के. बी लाल की फिल्म हंसते हुए आंसु को ए सर्टिफिकट दे दिया था। हालांकि बात करें बॉलीवुड में कुछ ऐसी ही फिल्मों की जिन्हें बेहिसाब ए सर्टिफिकट मिला है। तो उनमें कई नाम शामिल हैं। जिनमें उड़ता पंजाब जैसी फिल्म शामिल है।
सेंसर बोर्ड द्वारा बेहिसाब तर्कों के आधार पर मिले ए सर्टिफिकट के अलावा बात करें, उन फिल्म के बारे में जिनमें सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जतायी है। तो उन फिल्मों के नाम है- जिस्म, मर्डर, कामा सूत्रा, जूली, आस्था, पांच, सिद्धार्थ ।
इस तरह आप बॉलीवुड की पहली सेंसर फिल्म के साथ उन फिल्मों के बारे में भी पढ़ सकते हैं। जिन्हें सेंसर ने बेहिसाब ही प्रतिबंधित किया था ।