यूँ तो इश्क़ मोहब्बत वक़्त या जगह देख कर आप पर वार नहीं करता, लेकिन फिर भी समझदारी इसी में है कि देख समझ के प्यार करें अगर बात आपके करियर की है तो!
जी हाँ, जीवन में प्यार करने के बहुत मौके मिलते हैं स्कूल के दिनों से लेकर बुढ़ापे तक|
लेकिन हम क्यों अपने काम की जगह पर अपने सहकर्मी के साथ इस रिश्ते में पड़ जाते हैं, इस का कोई जवाब नहीं है! हाँ ये बात साफ़ है कि ऐसे इश्क़ के बाद आपके जीवन में मुसीबतों का पहाड़ ज़रूर टूट पड़ता है!
आईये बताएँ कि क्यों सहकर्मी के साथ प्यार का खेल खेलना, आग से खेलने के बराबर है!
1) शर्मिंदगी
जब आपके ऑफिस के बाकि के लोगों को इस बारे में पता चलेगा तो सबसे ज़्यादा शर्मिंदगी आपको ही उठानी पड़ेगी| उनके कटाक्ष भी झेलने पड़ेंगे, उनसे अपनी टाँग-खिंचाई भी करवानी पड़ेगी! और वो भी सब कुछ हँसते-हँसते!