टीचर का करियर – अगर आप ये सोचते हैं कि हमारे देश के लोगों का पसंदीदा करियर इंजीनियरिंग, डॉक्टरी या बैंकिंग है तो आप बिल्कुल गलत है. इंटरनेशनल लेवल पर हुई एक स्टडी के मुताबिक, ज़्यादातर लोग टीचर का करियर अपनाना चाहते हैं न कि डॉक्टर या इंजीनियर.
ब्रिटेन के वार्के फाउंडेशन नामक संस्था ने यह अध्ययन कराया है. इसमें 35 देश के लोगों से बातचीत की गई. स्टडी के मुताबिक, भारत में करियर के तौर पर टीचिंग का क्रेज सबसे ज़्यादा है. हमारे देश के आधे से भी ज्यादा लोग अब भी टीचिंग के करियर को अपने और अपने बच्चों के लिए सबसे बेहतर मानते हैं. करीब 54 फीसदी भारतीयों ने तमाम प्रफेशनों के बावजूद आज भी टीचर का करियर ही सबसे अच्छा करियर माना है.
यह आंकड़ा सभी 35 देशों में सबसे अधिक है. टीचिंग को पसंद करने के मामले में भारतीयों के बाद चीन के लोगों का नंबर आता है. 50 फीसदी चीनियों को भी टीचर बनना पसंद है.
वहीं इस मामले में ब्रिटेन भारतीयों से काफी पीछे हैं।
यहां केवल 23 फीसदी लोग ही टीचिंग के प्रफेशन को पसंद करते हैं. जबकि रूस के लोगों में मात्र 6 फीसदी आबादी ऐसी है जो टीचिंग को करियर के रूप में चुनना चाहती है. टीचिंग प्रोफेशन हमारे देश में पहले से ही महिलाओं की पहली पसंद रही है. क्योंकि इसमें बाकी जॉब की तरह 9-10 घंटे की शिफ्ट नहीं लगती और छुट्टियां भी अच्छी खासी मिलती हैं, जिससे महिलाएं घर-परिवार के साथ आराम ने नौकरी भी कर सकती हैं.
टीचर की नौकरी में बाकी जॉब्स की तरह टारगेट पूरा करने और कस्टमर सर्विस का भी झंझट नहीं होता, इसलिए यह महिलाओं के लिए बेस्ट मानी जाती है.
टीचर का करियर – आज के दौर में बाकी प्राइवेट नौकरियों में तनाव बहुत बढ़ गया है, उसके मुकाबले टीचिंग जॉब बेहतर है. इसमें शिफ्ट का भी झंझट नहीं होता, शायद इसलिए यह भारतीयों की पहली पसंदै है.