किंग पेले – फुटबॉल की बात हो और पेले की बात ना हो… ऐसा हो ही नहीं सकता।
जिस तरह से क्रिकेट के भगवान सच्चिन तेंदुलकर हैं उसी तरह से फुटबॉल के भगवान किंग पेले हैं। आजतक उनका जैसा खिलाड़ी ना पैदा हुआ है और ना होगा। इसलिए तो जिस तरह से बॉक्सिंग में मोहम्मद अली, क्रिकेट में सचिन और हॉकी में ध्यानचंद का नाम पूरी दुनिया लेती है उसी तरह से फुटबॉल में केवल और केवल पेले का नाम लिया जाता है। (रोनाल्डी और मैसी की गिनती अभी नहीं हो रही है)
इसलिए मिले कई नाम
इनके बेहतरीन खेल के कारण ही इन्हें कई तरह के उपनामों से पुकारा जाता है। एडसन एरान्टेस डो नासिमेंटों के नाम से जन्में पेले को ‘ब्लैक पर्ल’, ‘किंग ऑफ फुटबॉल’, ‘किंग पेले’ जैसे कई उपनाम मिले हुए हैं। अपने समय में सबसे ज्यादा कमाने वाले पेले के नाम पर वैसे तो कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। इस महीने पेले का जन्मदिन था। उन्होंने अपना 78वां जन्मदिन अपने परिवार के साथ मनाया। इस बार पूरी दुनिया ने उन्हें याद किया। हम भी उन्हें याद करते हैं और ये रही उनकी कुछ खास यादें जो उन्हें फुटबॉल का भगवान बनाती हैं-
फुटबॉल के मैप में पहली बार दिखा ब्राजील
जब किंग पेले ब्राजील टीम में शामिल हुए थे तो उस समय तक वह ब्राजील की टीम दुनिया की मैप नजर नहीं आती थी और फुटबॉल में इस देश की गिनती काफी पीछे थी। लेकिन पेले के आने के बाद सबकुछ बदल गया। 1958 में जब पहली बार ब्राजील चैंपियन बना तो उसमें इस महान सितारे की अहम भूमिका थी। सेमीफाइनल में किंग पेले ने हैट्रिक गोल दागे और उसके बाद फाइनल में 2 गोल दागे और फिर ब्राजील पहली बार चैंपियन बनीं।
सबसे कम उम्र में जीता वर्ल्ड कप
पेले पूरी दुनिया में सबसे कम उम्र में वर्ल्ड कप जीतने वाले भी खिलाड़ी हैं। सितंबर 1956 में जब उनकी टीम ने वर्ल्ड कप जीता था तो पेले मात्र 17 साल के थे। अपने पहले ही मैच में पेले ने 4 गोल मारे थे। फाइनल मैच में पेले ने दो गोल मारे थे।
तीन विश्वकप जीत
पेले दुनिया के अब तक के इकलौते खिलाड़ी हैं जिन्होंने तीन विश्वकप जीता है। उनके नाम चार का रिकॉर्ड भी हो सकता था लेकिन वे चोट की वजह से वे 1962 वर्ल्ड कप नहीं खेल पाए थे।
रह चुके हैं खेल मंत्री
पेले 1995 से 1998 तक ब्राजील के खेल मंत्री भी रह चुके हैं।
सदी का एथलीट
पेले के बेहतरीन खेल के कारण उन्हें 1999 में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने सदी का एथेलीट चुना था। इसका मतलब है कि वे सदी के बहतरीन खिलाड़ी थे।
1969 में दागा 1000वां गोल
किंग पेले के ही नाम सबसे पहले हजार गोल करने का रिकॉर्ड दर्ज है। 19 नवंबर 1969 को पेले ने अपना 1000वां गोल दागा था। इसके बाद सैंकड़ो लोगों ने पेले से मिलने के लिए मैदान में पहुंच गए थे। जिसके कारण चल रहे गेम को आधे घंटे के लिए रोक दिया गया था। उसके बाद खेल फिर से शुरू हुआ।
मनाया जाता है ‘पेले डे’
किंग पेले के बेहतरीन खेल के कारण ही ‘पेले डे’ मनाया जाता है। पेले के 1000वें गोल हो जाने के बाद से सांतोस में 19 नवंबर को ‘पेले डे’ मनाया जाता है।
तो यह है किंग पेले की पूरा जीवन परिचय संक्षिप्त में जो हर फुटबॉलर जरूर पढ़ता है। यह फुटबॉलर्स के साथ ही हर इंसान को प्रेरणा देती है।