बिहारियों की बातें – जब कुछ गलत बात हो जाती है, तो लोग कहते हैं, “कर दी ना बिहारियों वाली बात…”
जब हाथ गंदे कर के खा रहा होता है, तो कहते हैं, “देख वो बिहारी को कैसे हाथ गंदे कर के खा रहा है।” जब कोई आईएएस ऑफिसर बनता है तो का जाता है, “बिहार से ही तो निकलते हैं अधिकतर ऑफिसर।”
बिहारियों की बातें ऐसी सुनने को मिलती हैं।
अगर हम ये कहें कि दुनिया का कोई भी कोना हो जहां बिहारी हो तो वे अलग से ही पहचान में आ जाते हैं। देश में तो लोग लुक से ही उन्हें पहचान लेते हैं। जो लुक से नहीं पहचान में आते हैं वे मुंह खोलते ही पहचान लिए जाते हैं। आखिर ऐसा क्या है बिहारियों में जो उन्हें दूसरों से जुदा बनाते हैं।
आज हम इसी पर चर्चा करेंगे बिहारियों की बातें ।
लाल बत्ती का शौक
बिहारियों को लाल बत्ती का काफी शौक होता है। फोटो में दिखाई गई इस बिल्डिंग में पहुंचने का ख्वाब वहां के बच्चे बचपन से ही देखने लगते हैं। इसलिए तो यूपीएससी की परीक्षा में सबसे ज्यादा चयन बिहारियों का ही होता है। इसी कारण दिल्ली के मुखर्जी नगर में कोचिंग लेने वाले छात्रों में भी सबसे ज्यादा संख्या बिहारियों की होती है।
इसलिए तो हर बिहारी गर्व से कहता है कि आईएएस ऑफिसर हर साल सबसे ज्यादा बिहार ही देता है।
राजनीति में माहिर
देश को सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री यूपी ने जरूर दिया हो लेकिन देश के हर प्रधानमंत्री को इस पद तक पहुंचाने में बिहारियों का ही हाथ है। ऐसा कोई प्रधानमंत्री नहीं जिसे वहां पहुंचाने के लिए बिहार के तरफ से राजनीति नहीं की गई है। वर्तमान में भी मोदी का सबसे बड़ा झटका बिहार में चुनाव हार के मिला था और अब नीतिश जी ने ही उन्हें सबसे बड़ा सहारा दिया हुआ है। इसलिए कहा जाता है, “बिहार के बच्चे मां की कोख से राजनीति का ककहरा पढ़कर आते हैं।”
बोलने का अलग तरीका
हम बोल रहे है ना… एकदम बुड़बके है… कुछ ऐसा होता है बिहारियों के बोलने का तरीका।
लालू प्रसाद
देश के सब नेताओं में सबसे ज्यादा जिनकी बात होती है और जिसे सबसे ज्यादा लोग कॉपी करते हैं, वे हैं- लालू प्रसाद यादव। लालू प्रसाद यादव के बात करने का तरीका हर कोई फॉलो करता है।
लिट्टी-चोखा
बिहार का लिट्टी-चोखा पूरी दुनिया में फेमस है। इस तस्वीर को ही देखकर सबके मुंह में पानी आ गया होगा। इसलिए तो लिट्टी-चोखा पर बिहारियों का कॉपीराइट है। यह जायज भी है, क्योंकि जिस तरह से वहां के लोग इसे बनाते हैं वैसा कोई और नहीं बना सकता।
ठेकुआ उर्फ बिहारी कूकीज़
इसी तरह से ठेकुआ भी बिहार की ही देन है जिसे लोग बिहारी कूकीज़ भी कहते हैं।
सिल्वर स्क्रिन
सिल्वर स्क्रिन की सांस कहीं चल रही है तो वह है बिहार। बिहार के ही बदौलत मल्टीप्लेक्स के जमाने में सिल्वर स्क्रिन बचा हुआ है और कई फिल्मों को हिट करा रहा है।
मिथुन चक्रवर्ती
आज भले ही शाहरूख का जमाना हो और जल्द ही रनबीर सिंह का जमाना आने वाला हो लेकिन बिहारियों के लिए मिथुन चक्रवर्ती और धर्मेंद्र ही सुपरस्टार हैं। इनके डायलॉग्स आज भी वहां बोले जाते हैँ।
छठ पूजा
बिहार में होने वाली छठ पूजा आज पूरे देश मं भले ही की जाती है लेकिन इस पर भी केवल बिहारियों का कॉपीराइट है।
रिक्शा चालक
पूरे देश में रिक्शा चलाने वालों में सबसे ज्यादा रिक्शा चालक बिहारी ही हैं। दिल्ली की राजधानी में ऑटो चलाने वाले से लेकर लिट्टी बेचने वाले तक बिहारी हैं।
ये है बिहारियों की बातें – तो ऐसे होते हैं बिहारी, जिनके कारण इनकी चर्चा पूरे देश में होती है।