फ़ेलोशिप: यह एक प्रकर का रोज़गार कार्यक्रम है.
यह कार्यक्रम कंपनियान/ बिन सरकारी संस्थान/ सरकार/ विश्विद्यालय करते हैं. इसके तेहत वे कुछ चुनिन्दा लोगों को अपने साथ काम करने का अवसर देते हैं. वह काम केवल कुछ समय के लिये करते हैं और उसके लिये पगार भी दिया जाता है.
फ़ेलोशिप के पश्चात अगर कंपनी को आपका काम पसंद आये, तो आपको वे स्थायी तौर पर नौकरी भी दे सकते हैं.
फ़ेलोशिप विविध क्षेत्रों मे होती है जैसे शैक्षिक, आर्थिक, सामाजिक, भौगोलिक, विज्ञान इत्यादी.
टीच फॉर इंडिया:
यह एक शैक्षिक संस्थान है जिसका उद्देश्य यह है कि भारत में रहने वाला एक भी विद्यार्थी कभी शिक्षा से दूर ना रहे. इसमें फेलोस (फ़ेलोशिप प्राप्त करने वाले) को 2 साल के लिये पूर्ण समय संसाधन से अधीन विद्यालयों मे शिक्षक की भूमिका निभानी होती है.
रमानुजन फ़ेलोशिप:
यह भारत सरकार द्वारा स्थापित है. इसमे सरकार ऐसे वैज्ञानिक को मौका देती है जो भारतीय मूल के हों और विदेश मे रहते हों या फिर भारत मे रहने वाले वैज्ञानिक, किसी विशेष विषय मे संशोधन कर्ण चाहते हों.
जे. सि. बोस नेशनल फ़ेलोशिप:
भारत सरकार विज्ञान और प्रोद्योगिकी (टेक्नोलॉजी) मे वैज्ञानिक और इंजीनियर को उनके विशिष्ट निष्पादन के आधार पर नामंकरण करने के लिए आमंत्रित करती है.
गाँधी फ़ेलोशिप:
यह उन लोगों के लिये है जो स्वयं और समाज में परिवर्तन लाना चाहते हैं. यह कार्यक्रम एक मंच देता है कुछ विशेष युवाओं को, जो हल खोजना चाहते हैं, उन तकलीफों का जो आज के समय में बेहद अनिवार्य है
अकुमेन (Acumen) भारत फ़ेलोशिप:
यह एक साल का नेत्रुत्व निर्माण का कार्यक्रम है. २० उभरते सामाजिक व्यक्तियों के लिये हैं, जो भारत की सामाजिक कठिनाइयों का निवारण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
यंग इंडिया फ़ेलोशिप:
यह कार्यक्रम उन लोगों की तलाश में है जो २१वी सदी के भारत को परिवर्तित करने की ज़िम्मेदारी लेना चाहते है. यह १ साल के भीतर ऐसे ही २०० लोगो को निवासी पॉस्ट ग्रदुएशन कार्यक्रम में शामिल करेंगे और उन्हें पतैयार करेंगें.
प्रधानमंत्री ग्रामीण फ़ेलोशिप (Prime Minister’s rural फ़ेलोशिप):
यह ग्रामीण विकास मंत्रालय की अनोखी पहल है. जिसका उद्देश्य है कि भारत के ग्रामीण क्षेत्रों से गरीबी को हटाया जाये और उनका जीवन सुधार सके. फेलोस ग्रामीण क्षेत्र के जिला तहसीलदार के साथ पिछड़े हुए जिलों को सुधारेंगे.