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मुन्ना बजरंगी हत्या कांड : सुनीलराठी का खुलासा, इसलिए मारी गोली, यहां पढ़ें पूरी कहानी

मुन्ना बजरंगी हत्या कांड

मुन्ना बजरंगी हत्या कांड – कई दशक ने पुलिस की नाक में दम कर रखे कुख्यात डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की सोमवार को दिन निकलते ही बागपत जिला जेल में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई.

बताया जा रहा है की इसके पीछे वेस्ट यूपी के डॉन सुनील राठी का हाथ है लेकिन मुन्ना की पत्नी ने अपने पति की हत्या का आरोपी धनंजय सिंह, जेएन सिंह और उनके बेटे प्रदीप सिंह को ठहराया है.

मुन्ना बजरंगी हत्या कांड –

सीधा-साधा प्रेम प्रकाश कैसे बना खूंखार मुन्ना बजरंगी, क्यों कांपते थे लोग?

1967 में जन्मे उत्तर प्रदेश के जिले पूरेदयाल गांव का प्रेम प्रकाश बड़ा आदमी बनने का सपना संजोए था. और उसकी यही चाहत उसे जुर्म की दुनिया में काफी कम उम्र में ही ले पहुंची. मुन्ना को हमेशा से ही फिल्मो की तरह एक बड़ा गैंग्स्टर बनने का शौक था.

अपराध की दुनिया में आगे बडते हुए मुन्ना को स्थानीय दबंग माफिया गजराज सिंह का साथ मिल गया. 1984 में मुन्ना ने गजराज के कहने पर भाजपा नेता की हत्या कर अपना दब दबा बना लिया. इसके बाद मुन्ना जुर्म की दुनिया में बेहद आगे बड़ चुका था और उसे रोकना किसी के लिए भी नामुमकिन था. भाजपा विधायक के कत्ल कि अलावा कई मामलों में सीबीआई, उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ को मुन्ना की तलाश थी. मुन्ना पर कई हत्याकांड और कई बड़े बदमाशों का साथ होने के कारण उससे लोग कांपने लगे थे.

मुन्ना बजरंगी हत्या कांड

सुनीलराठी: पिता का कत्ल कर बना गैंगस्टर, अब मुन्ना बजरंगी के मर्डर में आया नाम

सुनीलराठी एक ऐसा नाम है जो इस समय हर खबर में छाया हुआ है. आज से पहले जिस गैंगसटर का नाम केवल उत्तर प्रदेश में सुना जाता था वह आज पूरे देश में दहशत बनाए हुए है. तो आखिर कहा से शुरू हुई मुन्ना डॉन के हत्यारे सुनीलराठी की गैंगस्टर स्टोरी. दरअसल राठी के पिता शराबी थे और उसको और उसकी माँ के साथ रोज मार पीट करता था. एक दिन सुनील और उसके पिता की इतनी बड़ी बहस हो गई की उसने अपने ही पिता का कत्ल कर दिया. इसके बाद सुनील का जुर्म की दुनिया में काफी नाम हो गया था और देखते ही देखते वह उत्तरी यूपी का गैंगस्टर बन गया.

मुन्ना बजरंगी हत्या कांड

सुनीलराठी ने कहा- बजरंगी ने मेरे ऊपर तानी थी पिस्टल

सुनीक ने बताया की मुन्ना ने उसे कहा की “तुमने मेरी 1 करोड़ रुपए में सुपारी ली है”ये सुनकर हम दोनों के बीच विवाद बड़ गया. सुनील ने बताया की बहस बडने पर मुन्ना ने उसके ऊपर पिस्टल तान दी. जिसके बाद सुनील ने मुन्ना को लात मारकर नीचे गिरा दिया और पिस्टल से उसकी हत्या कर दी.

बता दे की मुन्ना की हत्या सुनील ने करीब 10 गोलिया मार के की जिनमें से ज्यादातर उसके सर पर लगी और उसने वही दम तोड़ दिया.

मुन्ना बजरंगी हत्या कांड में मुन्ना को कई प्रदेशों की पुलिस कई सालों से ढूँढ रही थी और दिल्ली पुलिस द्वारा उसे मुंबई शहर में एक भेस बदल कर गिरफ्तार कर लिया गया जिसके बाद उसे कई अलग-अलग गुप्त जेलों में रखा गया. और अंत में उसकी किसी अन्य गैंगस्टर द्वारा बागपत जेल में हत्या कर दी गई.