आत्महत्या की तरकीब – जिंदगी बहुत कीमती होती है और एक बार हाथ से गई तो वापिस नहीं आती है। कुछ लोग इस बेशकीमती जिंदगी की अहमियत नहीं समझ पाते हैं और जिंदगी की जद्दोजहद से हारकर अपने जीवन को ही खत्म करने की कोशिश करते हैं।
आए दिन आपने भी सुसाइड की खबरें सुनी ही होंगीं। ऐसी खबरों को सुनकर ख्याल आता है कि आखिर लोग इस खूबसूरत जिंदगी को कुछ मुसीबतों की वजह से खत्म करने की कैसे सोच लेते हैं ?
खैर, हम किसी की परिस्थिति को जज नहीं कर सकते क्योंकि पता नहीं सुसाइड जैसा खतरनाक कदम उठाते हुए उनके दिमाग में क्या चल रहा होगा या वो कितनी तकलीफ से गुज़रे होंगें।
वैसे आजकल सब कुछ गूगल पर मिल जाता है। दिमाग में कोई सवाल आया नहीं कि हम उसे गूगल पर सर्च करने लगते हैं लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि गूगल के पास सुसाइड करने के तरीके का भी जवाब है या नहीं ?
जी हां, आपने इस सवाल के बारे में सोचा हो या नहीं लेकिन एक लड़की ऐसी जरूर है जिसने गूगल से ऐसा सवाल कर डाला जिससे वो हैरान और परेशान हो गया।
गूगल से पूछा आत्महत्या का तरीका
अंबाला की एक लड़की ने बड़ी नहर में कूदकर अपनी जान देने का फैसला कर लिया था। वह नहर तक पहुंच भी गईऔर उसके घरवालों को इसकी भनक तक नहीं थी। मरने से पहले लड़की ने गूगल में अपनी मनोदशा लिखी और बताया कि वो आत्महत्या करने जा रही है।
गूगल ने बता दिया सुसाइड का तरीका
आत्महत्या की तरकीब – आपको जानकर हैरानी होगी कि सुसाइड करने वाली लड़की की गूगल ने मदद की। जी हां, गूगल ने उस लड़की को एक नंबर दिया और उस लड़की को सुसाइड करने से पहले उस पर कॉल करने के लिए कहा।
किसका था नंबर
गूगल ने सुसाइड के लिए जिसका नंबर दिया था वोसहारनपुर के डीआईजी का था। आत्महत्या करने से पहले लड़की ने उस नंबर पर कॉल कर दी। डीआईजी से बात करने के बाद लड़की का मन बदल गया और उसने सुसाइड करने का विचार छोड़ दिया। इसके बाद बड़ी नहर से लड़की कलेक्ट्रेट तिराहे के पास स्थित डीआईजीएके शाही के ऑफिस पहुंची। डीआईजी ने लड़की को दिलासा दिया कि उसे ऐसा कोई भी कदम उठाने की जरूरत नहीं है।
किस वजह से कर रही थी खुदकुशी
डीआईजी को लड़की ने बताया कि सहारनपुरकलेक्ट्रेट में ही नौकरी करने वाले एक युवक से 8 साल से उसका प्रेम संबंध चल रहा था। वैसे तो सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन जब लड़के की सरकारी नौकरी लग गई तो वो शादी से आनाकानी करने लगा। अब उसके प्रेमी ने उसका फोन तक उठाना बंद कर दिया है। इसी बात से दुखी होकर लड़की सुसाइड करने चली गई थी।
डीआईजी ने ये मामला महिला पुलिस अधिकार को सौंप दिया है।
आत्महत्या की तरकीब – अब समझे आप कि गूगल हमारी जिंदगी को किस तरह संवार रहा है। इससे पहले आपने कभी सोचा भी नहीं होगा कि गूगल सुसाइड से किसी को रोक भी सकता है या उसे मरने का तरीका बता सकता है। इस लड़की के साथ जो भी हुआ वो किसी चमत्कार से कम नहीं था।