देखा जाए तो जगह से कुछ नहीं होता, लोग हर जगह वैसे ही होते जैसे की आपके इर्द गिर्द.
लेकिन हम बात करेंगे महिलाओं की ख़ास करके भारतीय स्त्री वर्ग की. आम तौर पर महिलाओं के पक्ष में अधिक बोला जाता है.
महिलाओं पर आए दिन अत्याचार बढ़ रहे है. महिला सबसे अधिक पीड़ित है, यह बात भी सच है. अब सवाल यह उठता है कि महिलाओं के इस दशा का जिम्मेदार कौन है? कौन है महिलाओं का दुश्मन ?
इन सब घटनाओ के लिए कुछ हद तक महिला खुद जिमेदार होती है.
महिला स्वयंम महिलाओं की दुश्मन है!
जानिए कैसे महिला महिलाओं की दुश्मन है.
1. अधिक लड़ना
ज्यादा करके जहा लड़ाई होती रहती है, वहा महिलाऐं होती है. उनके बीच में अधिक तर झगडे होते है. सरकारी नल पर, लोकल ट्रेन में, बस में, सड़क पर और कई जगहों पर सबसे अधिक महिलाऐं लड़ती देखने को मिलेगी. अनचाहे बातों को भी गंभीरता से से लेकर लड़ाई करने पर उतारू रहती है. यह झगड़ा वह किसी और से नहीं बल्कि महिलाओं के बीच ही होता है.