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पाक में रहने वाले हिंदू ना घर के रहे ना घाट के

पाक में रहने वाले हिंदू

पाक में रहने वाले हिंदू – पाकिस्‍तान में 20 मार्च, 2018 को हिंदुओं को जबरन इस्‍लाम धर्म कबूल करने के लिए एक आयोजन किया गया था।

इसमें पाकिस्‍तान के सिंध प्रांत के मातली जिले में माशाअल्‍लाह शादी हॉल नज्‍द मदरसा में पाक में रहने वाले हिंदू परिवारों के 500 लोगों का सामूहिक रूप से जबरन धर्म परिवर्तन करवा दिया गया।

इस आयोजन के दौरान मंच पर पीर मुख्‍तयार जान सरहदी, पीर सज्‍जाद जान सरहदी और पीर साबिक जान सरहदी ने कलमा पढ़ा जिसे सभी हिंदुओं ने दोहराया।

यहां पर्दे में बैठी महिलाओं और बच्‍चें के भी नाम लेकर उन्‍हें इस्‍लाम कबूल करने की मुबारकबाद दी गई।

पाक में जबरन इस्‍लाम अपनाने वाले इन लोगों में से अधिकांश वे थे जो भारत में शरण लेने आए थे लेकिन लंबी अवधि तक वीज़ा ना मिलने के कारण उन्‍हें पाकिस्‍तान लौटना पड़ा था। हम सभी वाकिफ हैं कि पाकिस्‍तान और बांग्‍लादेश जैसे देशों में हिंदुओं का क्‍या हाल है और उनके साथ कैसा बर्ताव किया जाता है। आज भी पाक और बांग्‍लादेश के कई हिंदू परिवार भारत में वीज़ा पाने का इंतज़ार कर रहे हैं लेकिन भारत सरकार भी मजबूर है क्‍योंकि उसकी खुद की आबादी इतनी ज्‍यादा है कि वो इन देशों के लोगों को ना अपनाने के लिए मजबूर है।

ऐसे में पाक में रहने वाले हिंदू ना घर के है और ना ही घाट के ।

पूरी दुनिया में पाक की छवि एक आतंकवादी देश की तरह है और ऐसे में इसके नागरिकों को कोई पनाह देने के लिए तैयार नहीं है। क्‍या पता यहां के नागरिक हिंदुओं की आड़ में भारत में आतंकवाद की आग सुलगा बैठें। शायद इसी वजह से भारत पाक हिंदुओं को वीज़ा देने से कतरा रहा है लेकिन इस वजह से पाक के हिंदू वहीं रहने का मजबूर हैं। उन पर पाकिस्‍तान में कई तरह के जुल्‍म होते हैं जिन्‍हें सहने पर अब वो मजबूर हो गए हैं। पाकिस्‍तान में उनके लिए रहना दूभर हो गया है और भारत उन्‍हें अपनाना नहीं चाहता है।

आज भले ही भारत में भी क्राइम और महिलाओं के प्रति अपराध अपने चरम पर पहुंच गए हों लेकिन फिर भी कई मामलों में भारत, पाक से अब भी बेहतर है।

आइए जानते हैं भारत अपने पड़ोसी देश पाक से कैसे बेहतर है।

पाक में मलाला युसुफजई के साथ जो हुआ उससे तो आप सभी वाकिफ हैं। क्‍या आपने कभी ऐसा कुछ अपने देश में होते देखा है कि महिलाओं के हक के लिए आवाज़ उठाने पर किसी महिला को गोली मार दी जाए ? वहां पर महिलाओं को इतनी आज़ादी नहीं है जितनी भारत में है।

भारत में शिक्षा के ऊपर पाकिस्‍तान से तो ज्‍यादा ही ध्‍यान दिया जाता है। पाक में मदरसों के अंदर छोटे बच्‍चों को हथियार चलाना सिखाया जाता है बल्कि भारत में बच्‍चों को भगवान का रूप माना जाता है।

चूंकि, पाकिस्‍तान एक इस्‍लामिक देश है इसलिए वहां पर मर्दों को एक से ज्‍यादा विवाह करने की छूट है और वहां पर तीन तलाक भी खूब जोरो से चलता है जबकि हाल ही में महिलाओं के विरोध पर भारत में तीन तलाक को बैन कर दिया गया है।

हालांकि, आजकल भारत में महिलाओं और बच्चियों के साथ जो हो रहा है उसे देखकर खुद को भारतीय कहने पर शर्म आती है।