कभी दुश्मन तो कभी दोस्त..
एक वक़्त ऐसा भी था जब लालू यादव और नितीश कुमार एक दुसरे के खिलाफ आग उगलते थे.
और आज इनका दोस्ताना चर्चा में है और इन्ही के मुंह से फूल बरस रहे हैं. अगर इनके पुराने स्टेटमेंट्स याद किये जाए तो कभी सोचा भी नहीं जा सकता था की दोनों एक साथ नज़र आयेंगे.
पर नरेन्द्र मोदी के आते ही ये भी संभव हो गया.
और इस तरह अब बिहार को साम्प्रदायिक होने से बचाया जा पायेगा. वैसे आज तक नितीश कुमार किस सेक्युलर पार्टी के साथ गठबंधन में थे ऊप्स..सॉरी..