देश जो ज्यादा मांस खाते है – लोग स्वस्थ रहने के लिए अब सादा खाना खा रहे हैं, आप भी ऐसा ही सोचते होंगें.
आपको ऐसा लगता होगा कि मोटापे से परेशान लोग मीट खाना छोड़ देंगे. अब लोग सिर्फ वेज खाना ही खा रहे होंगे, लेकिन हम आपको बता दें की ऐसा नहीं है. अब भी लोग बहुत ज्यादा मीट का सेवन करते हैं.
हमारे यहाँ लोगों को सादे खाने की आदत के अख्तियार करने के लिए कहा जाता है, लेकिन और भी देश हैं जहाँ के लोग जीभर के मीट खाते हैं. भले ही उनका साइज़ s से xxxl हो जाए, लेकिन वो मांस खाने से बाज़ नहीं आते.
हम आपको ऐसे देश जो ज्यादा मांस खाते है. इन देशों में मीट की खपत बहुत होती है.
देश जो ज्यादा मांस खाते है –
अमेरिका – सालाना प्रति व्यक्ति 120 किलो मांस की खपत. अमेरिका में मोटे लोग ऐसे नहीं होते हैं. वहां हर व्यक्ति लगभग १२० किलो मीट खा जाता है.
कुवैत – सालाना प्रति व्यक्ति 119.2 किलो मांस खा जाते हैं. सुनकर भले ही हैरानी हो, लेकिन ये सच है. यहाँ पर हर तरह का मांस खाया जाता है.
ऑस्ट्रेलिया – सालाना प्रति व्यक्ति 111.5 किलो मांस की खपत. यहाँ के लोग भी हर तरह का मीट खाना पसंद करते हैं. यहाँ के यंग लोग ज्यादा मीट खाते हैं.
बाहमास – सालाना प्रति व्यक्ति 109.5 किलो मांस की खपत. ये आंकडे गलत नहीं हैं. असल में कुछ देश ऐसे हैं जहाँ के लोग सुबह शाम मीट खाना ही पसंद करते हैं. ऐसे में उस देश में मीट की खपत बढ़ जाती है.
लग्जमबर्ग – सालाना प्रति व्यक्ति 107.9 किलो मांस की खपत. आप में से कितने तो इसका नाम भी नहीं सुने होंगे, लेकिन यहाँ पर मीट की खपत बहुत होती है.
न्यूजीलैंड – सालाना प्रति व्यक्ति 106.4 किलो मांस की खपत. असल में इन देशों में इतनी ठंड पड़ती है की लोगों को मीट खाना ही पड़ता है.
ऑस्ट्रिया – सालाना प्रति व्यक्ति 102 किलो मांस की खपत. इस देश में खाने की हर वैरायटी में लोग मटन, चिकेन का इस्तेमाल करते हैं. यहाँ के लोगों में मोटापा साफ़ देखने को मिलता है. लेकिन लोग अपने खाने से परहेज़ नहीं करते हैं.
फ्रेंच पॉलिनेसिया – सालाना प्रति व्यक्ति 101.9 किलो मांस की खपत. ज़रा सोचिए कि एक साल में यहाँ एक व्यक्ति इतना मीट खा ही लेता है. ये आंकड़े सच में हैरान कर देते हैं. मोटापे का कारण यही सब है.
बरमुडा – हरी सब्जियां क्या होती हैं यहाँ के लोगों को पता ही नहीं. यहाँ के लोग तो सिर्फ मांस ही खाते हैं. बच्चे से लेकर बूढ़े तक मीट ही खाना पसंद करते हैं. अमीर हों या गरीब सबके घर में ये बनता ही है . यहाँ पर सालाना प्रति व्यक्ति 101.7 किलो मांस की खपत होती है.
अर्जेंटीना – सालाना प्रति व्यक्ति 98.3 किलो मांस की खपत. लगता है तभी यहाँ के लोग मज़बूत होते हैं और फुटबॉल में आगे होते हैं.
ये है वो देश जो ज्यादा मांस खाते है – अच्छा है इन देशों में भारत का नाम नहीं है. वैसे भी भारत के लोगों की औसत आयु अब कम होने लगी है. इसका एक कारण मीट भी है. इसे खाकर लोग बीमारियों को बुलावा देते हैं और फिर जिंदगी को अधूरी छोड़ निकल जाते हैं.