मार्क जुकरबर्ग की दौलत – जो व्यक्ति बहुत तेज़ी से और शॉर्ट कट में ऊपर पहुँचता है, उसका अंत भी उतनी ही तेज़ी से होता है.
असल में ये प्रकृति का नियम है. आप जितनी ऊँचाई जीवन में देखते हैं उतनी ही गहराई से आपको गुज़रना पड़ता है.
प्रकृति के नियम को बदलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. कुछ ही सालों में अमीरी की सारी मंज़िल पार कर लेने वाले एक व्यक्ति के साथ कुछ ऐसा हुआ कि महज़ दो दिन में उसका बहुत बड़ा नुकसान हो गया.
इस व्यक्ति के नाम से बच्चा वाकिफ है. इसका नाम है मार्क जुकरबर्ग. जी हाँ, वही फेसबुक वाला यंग लड़का जो महज़ २३ साल की उम्र में अरबपति बन गया था. अब उसे उसका भुगतान करना पड़ रहा है. फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग के पास आपका नाम, पता, सेक्स और पॉलिटिकल इंटरेस्ट की सभी कुछ की जानकारी है. इसी मामले को लेकर दुनियाभर में बवाल मच गया है. भारत भी फेसबुक को इस सिलसिले में नोटिस दे चुका है.
असल में फेसबुक के पर अकाउंट बनाते समय लोगों को अपना नाम से लेकर और भी बहुत कुछ भरना पड़ता है.
इसका फायदा फेसबुक खूब उठा रहा है. दुनियाभर के लोग अब अपनी व्यक्तिगत डिटेल्स को लेकर फेसबुक के मालिक मार्क पर दावा ठोंक रहे हैं. इस खबर के बाद जुकरबर्ग को 900 करोड़ डॉलर यानी 58,500 करोड़ रुपये का नुकसान महज 48 घंटे में हो गया है. मार्क जुकरबर्ग की दौलत इतनी कम हो गयी. आपको बता दें कि फेसबुक की जबर्दस्त सफलता के चलते मार्क जकरबर्ग सन 2007 में अरबपति बन गए थे. दुनियाभर में उस समय तहलका मच गया था की इस तरह के काम करके कैसे कोई लड़का अरबपति बन सकता है.
भारत की ओर से ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देश मार्क पर गोपनीय चीज़ों को लीक करने का आरोप लगा चुके हैं. ब्रिटिश डेटा एनालिटिक्स फर्म ‘कैंब्रिज एनालिटिका’ ताजा विवाद की जड़ है. फर्म पर 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स के डेटा को चुराने और उसका इस्तेमाल ‘चुनाव प्रचार’ में करने का आरोप है.
बहुत आसान है मार्क के लिए की घर बैठे किसी की भी जानकारी वो ले सकते हैं और फिर उसे लीक कर सकते हैं.
असल में मार्क जुकरबर्ग की मुसीबत एक ऐप के बाद और बढ़ गई.
एक फेसबुक बेस्ड ऐप बनाया गया. जिसका नाम ‘thisisyourdigitallife’ है. इसमें जैसे ही आप फेसबुक के ज़रिए लॉग इन करते हैं आपका पर्सनल डाटा फेसबुक के पास चला जाता है. जैसे ही यूजर इसका इस्तेमाल करते थे, उनका डेटा साथ ही उनके फ्रेंड्स का डेटा इस ऐप के जरिए एक्सेस किया जा सकता था.
ऐसे में जिसने डाउनलोड किया, उनका और उनके दोस्तों को मिलाकर कुल 5 करोड़ डेटा इस ऐप के जरिए एक्सेस किया गया. इस गोपनीय डाटा को बेचकर मार्क जुकरबर्ग लोगों से करोड़ों कमा रहे हैं. ये एक तरह से क्राइम है.
बहुत पहले भी फेसबुक पर ऐसी तोहमत लग चुकी है कि वो सोशल मीडिया कंपनी होने का चोला ओढ़ रखा है, लेकिन असल में वो सर्विलांस कंपनी है, जो देशों के महत्वपूर्ण डाटा को दूसरे देशों को बेचकर पैसा कमा रहा है.
जैसे ही ये खबर मीडिया में आई 48 घंटे में मार्क जुकरबर्ग की दौलत कम हो गयी फेसबुक का शेयर 9 फीसदी टूट गया है. इससे मार्क जुकरबर्ग की दौलत में 58,500 करोड़ रुपये की कमी आई है. ये बहुत बड़ा नुकसान है. इतना बड़ा झटका लगना किसी भी कंपनी के लिए ठीक नहीं.