गर्लफ्रेंड योजना – लगता है कि भारत सरकार बोहरा गई है तभी तो पीएम आवास योजना के बाद अब गर्लफ्रेंड योजना लेकर आ रही है।
जी हां, आपको सुनकर अटपटा तो जरूर लगा होगा लेकिन ये बात पूरी तरह से सच है कि अपने एक भाषण में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के युवा छात्रों को गर्लफ्रेंड दिलवाने का वादा किया था।
इंजीनियरिंग के छात्रों को संबोधित करते हुए पीएम जी ने ये वादा किया था आने वाले कुछ सालों में हर इंजीनियर के पास गर्लफ्रेंड होगी। हर घर में फ्री बिजली दिलवाने के बाद सरकार ने इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स की ओर ध्यान दिया है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से इंजीनियरिंग के छात्र गर्लफ्रेंड ना बनने से परेशान थे और सरकार ने उनकी परेशानी को समझकर ‘गर्लफ्रेंड योजना’ तैयार की है। इस पहल को ‘प्रधानमंत्री सबको गर्लफ्रेंड मिलेगी योजना’ का नाम दिया गया है जोकि आने वाले कुछ महीनों में लॉन्च हो सकती है। इस गर्लफ्रेंड योजना के तहत हर पुरुष इंजीनियर छात्र को गर्लफ्रेंड दिलवाना है।
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 69 साल बाद भी इंजीनियर्स के पास कोई गर्लफ्रेंड नहीं है, ये वाकई में चिंताजनक है।
उन्होंने आगे कहा ‘मेरे इंजीनियरिंग के छात्रों से मैं वादा करता हूं कि दो हज़ार बीस तक आपका विकास होगा। हार्फ गर्लफ्रेंड नहीं, सबके पास होगी फुल गर्लफ्रेंड। आपको जानकर हैरानी हो रही होगी कि पीएम मोदी जैसी शख्सियत ऐसा कैसे बोल सकती है लेकिन अब तो ये चुका और अब इस पर ना तो आपको जोर है और ना हमारा।
इस भाषण के दौरान वहां देशभर के नामचीन इंजीनियरिंग संस्थानों के छात्र आए हुए थे। कुछ कॉलेजों का तो यहां तक कहना है कि जो छात्र कॉलेज से पास होकर निकल गए थे अब वो दोबारा एडमिशन लेना चाहते हैं।
पीएम की इस घोषणा से महिलाओं को खासा नाराज़गी हुई है और उनका कहना है कि ये उनके मानव अधिकार का हनन करना है।
उनका कहना है कि अगर सरकार ही लड़कों को गर्लफ्रेंड दिलवा देगी तो हमें अटेंशन फिर कोई क्यों देगा। अब सारी महिलाएं सोशल मीडिया पर मोर्चा निकालने की तैयारी कर रही हैं।
पीएम के इस बयान पर फटाफट विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी जवाब दिया और कहा कि पीएम साहब इस बात की सच्चाई से अवगत नहीं हैं। उनके वक्ता ने कहा कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में महिलाएं भी होती हैं और पीएम ने उन्हें पूरी तरह से नज़रअदाज़ कर दिया है। कुछ लोगों का कहना है कि पीएम का निशाना राहुल गांधी और उनके रिलेशनशिप स्टैटस पर था।
अब पीएम के इस वादे को लेकर बवाल तो उठना ही था। इंजीनियरिंग के छात्रों की तो निकल पड़ी लेकिन इस बात से महिलाएं बहुत खफा हैं। उनका कहना है कि हम भी इंजीनियरिंग करते हैं, हमारे लिए क्या है।
गर्लफ्रेंड योजना – बताया जा रहा है कि देश में लगभग 30 करोड़ युवा लड़के सिंगल हैं और वो सोशल मीडिया पर लड़कियों के नाम से फेक आईडी बनाकर बात करते हैं। अब लगता है कि इस बात को बहुत ज्यादा सीरियसली लेते हुए पीएम ने एंप्लॉयमेंट एक्सचेंज की जगह गर्लफ्रेंड एक्सचेंज की स्थापना करने का विचार बना लिया है।