ENG | HINDI

इस गुफा में हुआ था हनुमान का जन्म, आप नहीं जानते होंगे कहाँ है ये जगह !

हनुमानजी का जन्म

हनुमानजी का जन्म – हनुमान जी, भगवान राम के परम भक्त थे, उन्हे संकट मोचन भी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी के स्मरण मात्र से सारे शोक, रोग और डर दूर भाग जाते हैं।

हनुमान जी की आराधना तो आप सभी करते होंगे, हनुमान जी के मां सीता की खोज में श्री राम की मदद की, सुग्रीव को राजगद्दी दिलवाने में सहायता की।

ये हनुमानजी का जन्म और ज़िदंगी से जुड़े कुछ ऐसे वृतान्त हैं जिनके बारे में आप सभी ने सुना होगा, लेकिन उनके जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी बातें भी हैं जिनसे आप सभी अनजान होंगे जैसे कि आप नहीं जानते होंगे कि हनुमान जी का जन्म कहां हुआ था

तो चलिए आपको बताते हैं कि रामभक्त हनुमानजी का जन्म कहां हुआ था ?

हनुमानजी का जन्म –

हनुमान जी के जन्म स्थान को लेकर ज्यादा चर्चा नहीं की जाती है, लेकिन ऐसा कहा जाता है कि हनुमान जी का जन्म झारखंड में स्थित एक गुफा में हुआ था। यह स्थान गुमला जिले से करीब 21 किमी की दूरी पर स्थित है, इसका नाम आंजन धाम है।

हनुमानजी का जन्म

हनुमान जी का जन्म स्थान ये ही है इस बारे में कईं प्रमाण भी दिये जाते हैं जैसे कि इसी जगह के पास स्थित पालकोट प्रखंड में सुग्रीव व बाली के वानर राज्य ‘किश्किंधा’ के होने की बात कही जाती है। माता अंजनी का निवास स्थान होने के कारण गुमला जिले का एक नाम आंजनेय भी है।

हनुमानजी का जन्म

ये स्थान धार्मिक मान्यताओं को अपने आप में समेटे हुए हैं, यहां पहाड़ों के बीच एक ऐसी गुफा है जिसका संबंध रामायण काल से माना जाता है। साथ ही ये भी कहा जाता है कि यहां माता अंजना शिव की पूजा करने आती थी इसलिए यहां 360 शिवलिंग विराजमान हैं।

हनुमानजी का जन्म

यहां पर माता अंजना का मंदिर भी बना हुआ है और मंदिर के नीचे एक गुफा भी है। यहां जो भी भक्त दर्शन करते आते हैं वो अंजनी माता के दर्शन करने के बाद इस सर्प गुफा का दर्शन ज़रुर करते है। इस गुफा के एक टीले पर अक्सर सांप को देखा जाता है, ऐसी मान्यता है कि यही नाग देवता है।

हनुमानजी का जन्म

इस गुफा को लेकर एक कथा भी प्रचलित है। कहा जाता है कि एक बार माता अंजना को प्रसन्न करने के उद्देश्य से वहां रहने वाले आदिवासियों ने बकरे की बलि दी थी लेकिन माता अंजना इससे रूष्ट हो गईं और उसके बाद से उन्होने इस गुफा के द्वार बंद कर दिए।

हनुमान जी के वैसे तो पूरे देश में कईं मंदिर हैं लेकिन क्योकि आंजन को उनका जन्म स्थान माना जाता है इसलिए यहां स्थित मंदिर की अपनी अलग ही महत्ता है। आंजन नगर में एक मंदिर स्थित है, जिसमें स्थापित प्रतिमा में हनुमान जी माता अंजनी की गोद में बैठे हुए हैं।

उम्मीद है कि हनुमानजी का जन्म और जन्मस्थान से जुड़ी ये जानकारी आपको रोचक लगी होगी, हनुमान जी के मंदिरों और उनसे जुड़ी बाकी कहानियों के बारे में तो आपने सुना होगा लेकिन ये बात अपने आप में विशेष है। आपको ये जानकारी कैसी लगी, अपनी प्रतिक्रिया हमे कमेंट्स के ज़रिए ज़रूर बताएं।