स्कूली बच्चों के सेक्स संबंध – आज के समय में सेक्स पहले की तरह छुप छुपाने या फिर दो लोगों के बीच की बात नहीं रह गई है।
आज जब लोग सेक्स करते हैं तो खुलकर उससे मिले अनुभवों को शेयर करते हैं। कुछ ऐसा ही चलन आज कल बढ़ रहा है स्कूल के बच्चों में। हाल ही में एक रिपोर्ट से यह साफ हुआ कि सबसे ज्यादा सेक्स के प्रति स्कूली बच्चे दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
क्या आपने सुना है कुछ स्कूल के बच्चों को कहते हुए कि उन्होंने पहली बार सेक्स प्यार में पढ़कर या फिर किसी और मजबूरी के चलते नहीं किया बल्कि सिर्फ इसलिए किया क्योंकि वह उसका अनुभव लेना चाहते थे।
स्कूली बच्चों के सेक्स संबंध – जी हां, आप यही सुन रहे हैं।
हाल ही में एक रिपोर्ट के सामने आया है कि सेक्स के प्रति जो सबसे ज्यादा बात करते हैं वह स्कूल के बच्चे हैं जो अपने ग्रुप में इस बारे में बात करते हैं और फिर उसके अनुभवों के बारे में भी एक दूसरे से शेयर करते हैं। उस रिपोर्ट में कहा गया था कि बहुत सारे बच्चों ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने अपनी दोस्त या फिर अपने ग्रुप की किसी लड़की के साथ पहली बार इसलिए सेक्स किया, क्योंकि वह देखना चाहते थे कि ऐसा करके कैसा लगता है। हालांकि चौंकाने वाली बात यह थी कि इसमें सिर्फ लड़के ही नहीं थे जो पार्टनर के साथ ऐसा कर रहे थे बल्कि इसमें सबसे ज्यादा लड़कियां थी जिन्होंने अपने मेल फ्रेंड को इसके लिए मनाया था।
इससे यह भी पता चला कि इसमें एक ही क्लास के बच्चे ज्यादा था। दरअसल एक ही क्लास में होने के कारण वह आपस में दोस्त होते हैं और इस तरह की बात को आसानी से एक दूसरे से कर लेते हैं। यह बातें यह ब्रेक टाइम में अकेले बैठकर नहीं बल्कि अपने दोस्तों के साथ बैठकर करते हैं।
अब इससे आपको पता चल गया होगा कि जिस देश में लोग अब तक सेक्स को पर्दे के पीछे और दो लोगों के बीच की बात मानते थे अब वह सिर्फ दो लोगों के बीच की बात रही नहीं।
आपको बता दें कि पहले भी स्कूल के बच्चे सेक्सुअल बातों पर डिस्कश करते थे लेकिन ऐसा वह सिर्फ अपने कुछ ही गिने—चुने साथियों के साथ करते थे। उनमें भी ज्यादातर लड़के होते थे जो लड़कियों के साथ रहने पर ऐसी बाते नहीं करते थे बल्कि जब वह लड़कों के गैंग में होते थे तब वह सेक्स पर कमेंट किया करते थे। लेकिन अब पूरी शिक्षा प्रणाली के साथ—साथ माहौल भी बदल दिया है जिसकी बदौलत अब बच्चे स्कूल में शिक्षा के साथ दूसरी बातों के बारे में भी ज्ञान लेते हैं।
यही नहीं इस रिपोर्ट से यह भी साफ हुआ कि हाई—फाई स्कूलों के बच्चे अपने महंगे स्मार्टफोन पर दोस्तों के साथ पोर्न वीडियो भी देखते हैं जिसमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल होती हैं। जिसे देखकर ही उन्हें लगता है कि क्यों न वह आपस में ही इसका अनुभव लें।
ये है स्कूली बच्चों के सेक्स संबंध – तो इन सभी बातों से साफ होता है कि आज के बच्चे सिर्फ प्यार और करीबी रिश्तों के कारण ही एक दूसरे के साथ संबंध नहीं बना रहे बल्कि वह चाहते हैं कि कुछ भी ऐसा न हो जिसका उन्हें अनुभव न हो और इसके लिए वह आपस में ही सेक्सुअल रिश्ते बना लेते हैं। इससे न तो उन्हें कोई पछतावा होता है और न ही पार्टनर के नाराज होने का डर।