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ये हैं रावण के वो अधूरे काम जिन्हें देख कर वैज्ञानिकों के भी होश उड़ गए

रावण के अधूरे काम

रावण के अधूरे काम –  रावण महापंड‌ित और महाज्ञानी था, वेद विज्ञान की उसे पूरी समझ थी, शस्त्र और शास्त्र का वो ज्ञाता था, लेकिन उसका अहंकार उसके पतन का कारण बना और उसी अभिमान के वशीभूत होकर वो कुछ ऐसा काम कर बैठा जो उसे पतन की ओऱ ले गए।

उसने देवी सीता का हरण किया और इसके अलावा अपने अहंकार में अंधे होकर कईं ऐसे काम किए जो उसे विनाश की ओर ले गए और आखिरकार श्री राम के रावण का अंत किया।

रावण की एक सबसे बड़ी गलती ये थी कि वो ये मान बैठा था कि वो भगवान के समान ही श्रेष्ठ है और इसलिए वो इस पूरे संसार पर अपना आधिपत्य जमाना चाहता था और कुछ ऐसे सपने भी देख बैठा था जिससे वो दुनिया की शक्ल बदल देना चाहता था.

रावण कुछ ऐसे काम करने के बारे में सोच बैठा था जिन्हे वो पूरा नहीं कर पाया था लेकिन अगर वो ये काम पूरे कर लेता तो दुनिया की शक्ल ही बदल देता।

आइए जानते हैं कौन से थे वो रावण के अधूरे काम  –

रावण के अधूरे काम –

१ – स्वर्ग की सीढ़ी बनाना

रावण चाहता था कि वो स्वर्ग तक सीढ़ी बनाए और दो भी व्यक्ति चाहे वो अपनी मृत्यु के बाद अपनी इच्छानुसार स्वर्ग चला जाएं। कहा तो ये भी जाता है कि रावण स्वर्ग तक सीढ़ी बनाने का काम शुरू कर चुका था लेकिन उससे पहले ही उसका अंत हो गया।

रावण के अधूरे काम

२ – समुद्र के पानी को मीठा करना

अगर रावण इस काम को पूरा कर पाता तो धरती पर कभी पानी की कमी नहीं होती। रावण चाहता था कि समुद्र का पानी खारा ना रहे बल्कि मीठा हो जाएं।

शराब को गंध रहित बनाना- रावण चाहता था कि शराब गंध रहित हो जाए ताकि कोई भी आसानी से उसका सेवन कर सके और किसी अन्य व्यक्ति को इसके बारे में पता ही नहीं चले।

रावण के अधूरे काम

३ – सोने को सुंगधित बनाना

रावण को सोने के प्रति विशेष लगाव था वो चाहता था कि सोने में से सुगंध आने लगे ताकि आसानी से उसकी पहचान हो सके।

रावण के अधूरे काम

४ – खुद को भगवान सिद्ध करना

रावण चाहता था कि लोग उसे भगवान मानने लगे, उसकी पूजा करने लगे। पूरी दुनिया पर वो अपना एकाधिकार सिध्द करना चाहता था।

रावण के अधूरे काम

५ – खून को सफेद बनाना

रावण चाहता था कि  खून का रंग लाल ना रहकर सफेद हो जाएं, जिससे कि उसके की गईं हत्याओं के बारे में किसी को पता ना चले।

रावण के अधूरे काम

६ – रंगभेद को समाप्त करना

रावण चाहता था कि दुनिया के सभी लोग गोरे हो जाए और रंगभेद हमेशा के लिए दूर हो जाएं। रंगभेद की दूर करने का रावण का ये विचार यूं तो बहुत अच्छा था लेकिन वो इसे पूरा नहीं कर पाया।

रावण के अधूरे काम

ये थे रावण के अधूरे काम – रावण अगर ये काम पूरा कर पाता तो दुनिया की शक्ल हमेशा के लिए बदल जाती, उसकी इस सोच के बारे में वैज्ञानिक भी हैरान है। यूं तो रावण  इन कामों को पूरा नहीं कर पाया लेकिन इसमें कोई शक नहीं है कि इनमें से कुछ कामों के पीछे अच्छी सोच थी। वैसे भी रावण को महापंडित कहा जाता है और उसके ऐसे विचारों से उसके महापंडित होने का पता चलता है।