कैंसर का इलाज – आज से पहले आपने इस तरीके के इलाज के बारे में ना तो कभी सुना होगा और ना ही पढ़ा होगा कि एक लड़की को कैंसर से बचाने के लिए चीन के डॉक्टर्स ने एक अनोखा कैंसर का इलाज ईजाद किया और लड़की के चेहरे में चार गुब्बारे लगा दिए.
आपको शायद यकीन ना हो लेकिन ये सच है.
चीन की ही नागरिक एक महिला का उनके डॉक्टर ने इस तरह से इलाज करने का प्लान बनाया और महिला की त्वचा में चार गुब्बारे इम्प्लांट कर दिए.
चलिए अब हम आपको बताते हैं कि आखिर महिला ऐसी किस परेशानी से जूझ रही है, जिसकी वजह से डॉक्टरों को इस अनोखे तरीके से कैंसर का इलाज किया है.
दरअसल ये महिला अपने चेहरे पर मौजूद बर्थ मार्क से काफी परेशान रही है जिसके लिए उन्होंने डॉक्टर का सहारा लिया.
इस महिला का नाम शाओ यान है. डॉक्टर्स का मानना है कि भविष्य में इनका ये मार्क कैंसर के रूप में बदल सकता है और इसलिए इस जानलेवा बीमारी से शाओ को बचाने की खातिर डॉक्टर्स ने इनके स्किन में चार गुब्बारे इम्प्लांट करने का मन बनाया और ऐसा कर भी दिया.
ये है बीमारी –
चीन के ग्वेजो प्रांत में रहने वाली 23 वर्ष की शाओ को कन्जेनिटल मिलानोसिटिक नीवस नाम की बीमारी से पीड़ित है बता दें कि ये खतरनाक बीमारी दुनियाभर के लगभग 500,000 आबादी में से मात्र एक को ही होती है. डॉक्टर्स ने शाओ के चेहरे में जो गुब्बारे लगाए हैं वो कुछ महीने के लिए ही लगाए गए हैं. इसे आगे चलकर निकाल दिया जाएगा. लगभग 1 साल पहले मार्च की बात है जब शाओ को अपने बर्थमार्क की वजह से काफी पीड़ा होने लगी थी और जब उन्होंने डॉक्टर को दिखाया तो पता चला कि उनका ये बर्थमार्क भविष्य में कैंसर का रूप ले सकता है.
भविष्य में शाओ को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से सामना ना करना पड़े इसके लिए डॉक्टर्स की टीम ने ये निष्कर्ष निकाला कि इनके चेहरे में गुब्बारे इम्प्लांट कर कैंसर का इलाज किया जाए, ताकि मात्र 23 वर्ष की शाओ को कैंसर जैसी खतरनाक और जानलेवा बीमारी अपनी चपेट में ना लेने पाए.
जब दूसरों से अलग होने का हुआ एहसास –
शाओ बताती है कि उन्हें अपने बचपन से ही चेहरे पर मौजूद इस बर्थमार्क के साथ रहने की आदत सी हो गई थी लेकिन जैसे-जैसे वो बड़ी होती चली गई उन्हें इस बात का एहसास होने लगा कि वो दूसरों से अलग दिखती है और दूसरे उन्हें अलग नजर से देखते भी हैं. तब शाओ ने इस बर्थमार्क से छुटकारा पाने की खातिर इलाज करवाने का मन बनाया.
मां ने की लोगों से अपील, “नहीं बनाएं मजाक.”
शाओ के इस हालत से उनकी मां काफी परेशान हैं और लोगों से वो बार-बार इसी बात की अपील कर रही हैं कि “मेरी बेटी का कोई मजाक ना बनाएं.”
दोस्तों जैसा कि हम सभी इस बात को भली-भांति जानते हैं कि इस दुनिया में ऐसे लोगों की कोई कमी नहीं जो दूसरों का सिर्फ मजाक बनाने का ही काम करते हैं और उन्हें ऐसा करने में काफी मजा भी आता है. उन्हें इस बात से कोई लेना देना नहीं होता कि सामने वाला इंसान किस तकलीफ में है या उस तकलीफ के पीछे क्या वजह है. उन्हें तो बस अपनी आत्म संतुष्टि और अपनी खुशी से मतलब होता है. फिर चाहे उसके लिए व्यक्ति को किसी भी हद तक क्यों ना जाना पड़े वो जाने से नहीं चूकते. उन्हें इस बात से भी कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनके गलत बिहेवियर की वजह से सामने वाले इंसान को कितनी तकलीफ होती होगी. तभी तो शाओ की मां को लोगों से इस बात की गुहार लगानी पड़ी कि वे उनकी बेटी की तकलीफ का मजाक ना बनाएं.
कहते हैं ना कि डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं. इस बात को चीन के इन डॉक्टर्स ने भली-भांति प्रमाणित करने का कार्य किया है. डॉक्टर्स के ये सराहनीय कदम कैंसर का इलाज शाओ की जिंदगी को खुशनुमा बना सकती है. शाओ के लिए हम सच्चे दिल से प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर उन्हें स्वस्थ बनाए और खूबसूरत जिंदगी प्रदान करे.